यमन का हाल बेहाल, भीषण अकाल की चेतावनी

Webdunia
गुरुवार, 4 मई 2017 (09:18 IST)
जिनेवा। यमन में विभिन्न समूहों के बीच जारी झड़पों के कारण हालात इतने बदतर हो गए हैं कि वहां मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने 'भीषण अकाल' जैसी स्थिति आने की चेतावनी दी है।
 
मानवाधिकार मामलों के विशेषज्ञ जेन एगीलेंड ने यमन के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने के बाद यह बात कही। यह देश पिछले दो वर्ष से गृहयुद्ध की आग में जल रहा है। इसके चलते यहां अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और भोजन तथा ईंधन की जोरदार किल्ल्त का असर चारों ओर देखने को मिल रहा है।
 
संयुक्त राष्ट्र ने आंकडों का हवाला देते हुए कहा है कि इन झड़पों में दस हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और स्वास्थ्य सेवाओं के चरमरा जाने से हालात और भी बदतर होते जा रहे हैं।
 
उन्होंने बताया कि हालांकि विश्व खाद्य संगठन के प्रयासों से अब तक सत्तर लाख में से मात्र 31 लाख लोगों तक ही राहत सामग्री पहुंचाई जा सकी है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों के भूखे रहने को देखते हुए अकाल की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसका अर्थ यह है कि अप्रैल माह में चालीस लाख लोगों को खाना उपलब्ध नहीं हो पाया है।
 
एगीलेंड ने सान्ना,पोर्ट आफ अदीन और अमरान शहर का दौरा करने के बाद बताया कि अगर यही हालात रहे तो आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा काल के गाल में समा जाएगा। 
 
उन्होंने कहा कि यह एक मानव जनित संकट है और कम से कम पांच लाख लोग कभी भी मर सकते हैं और अनेक लोग अपने घरों में चुपचाप और त्रासदी पूर्ण तरीके से मारे जा रहे हैं। (भाषा)  
अगला लेख