Demand for Hindu nation raised in Nepal: नेपाल की जनता लगता है कि वामपंथी शासन से उकता गई है। यही कारण है कि वहां राजशाही की वापसी (Demand for return of monarchy in Nepal) के लिए लाखों की संख्या में हिन्दू सड़कों पर उतर आए। सबसे खास बात यह है कि प्रदर्शनकारियों के हाथों में राजा ज्ञानेन्द्र के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर थी। हालांकि नेपाल के सत्तारूढ़ दल नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी ने इस प्रदर्शन के पीछे बाहरी शक्तियों का हाथ बताया है।
राजा आओ, देश बचाओ : बताया जा रहा है कि नेपाल की राजनीति में अभी ये चर्चा है कि 77 वर्ष के ज्ञानेंद्र शाह वापसी कर सकते हैं। इस दौरान रैली में शामिल लोगों ने राजमहल खाली करो, राजा आओ, देश बचाओ और हिन्दू राष्ट्र की वापसी जैसे नारे लगाए। आपको बता दें कि राजा ज्ञानेन्द्र ने जनवरी महीने में उत्तर प्रदेश की यात्रा की थी। इस दौरान वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे। महाकुंभ के बाद योगी की लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। हिन्दुत्व का बड़ा चेहरा तो वे माने ही जाते हैं।
कब खत्म हुआ था राजा का शासन : नेपाल में लंबे समय तक चले माओवादी आंदोलन के बाद वामपंथी दल की सत्ता आई थी। इसके बाद 2006 में राजा ज्ञानेन्द्र का शासन खत्म कर दिया गया था। नेपाल 240 सालों तक एक हिन्दू राष्ट्र रहा, लेकिन 2008 में इसे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष मुल्क घोषित कर दिया गया। राजशाही के खात्मे के बाद पुष्प कमल दहल प्रचंड ने नेपाल की सत्ता संभाली थी। वर्तमान में केपी शर्मा ओली नेपाल के प्रधानमंत्री हैं।