पिछले साल पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के अभियान के दौरान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने सील कमांडोज को अनुमति दे दी थी कि यदि उन्हें पाक सेना द्वारा रोका जाता है तो उस पर भी हमला कर दिया जाए।
ओबामा का कहना था कि पाकिस्तान को खुश रखने से ज्यादा अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा जरूरी है।
हाल ही में आई किताब 'मैनहंट: द टेन इयर सर्च फॉर बिन लादेन' में कहा गया है कि ओबामा ने अमेरिकी कमांडर मैक रेवन को कहा था कि हमारा पहला उद्देश्य सेना को सुरक्षित रखना है, पाक को खुश रखना नहीं।
ओबामा का यह निर्देश तब आया, जब उनसे पूछा गया कि यदि अभियान के दौरान पाकिस्तान की सेना द्वारा नौसैनिक सील कमांडोज को रोका जाता है तो क्या किया जाए।
किताब के लेखक पीटर बर्जन ने कहा कि ओबामा और उनके दल द्वारा किसी भी प्रतिक्रिया की परवाह किए बिना ऐबटाबाद में जारी अभियान में किसी हालत में पाकिस्तान को शामिल न करने का फैसला लिया गया था।
बर्जन ने लिखा है कि कमांडर मैक रेवन का प्रस्ताव पाकिस्तान सेना द्वारा बाधा पहुंचाए जाने पर रक्षात्मक रूख अपनाने का था। (भाषा)