भारत में धूम्रपान करने वालों में आधे इस बात से बेखबर हैं कि एक कश का मजा जिंदगी भर की सजा बन सकता है। ध्रूमपान से दिल का दौरा पड़ सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की धूम्रपान मुक्ति पहल के साथ सहयोग से अंतरराष्ट्रीय धूम्रपान नियंत्रण परियोजना की रिपोर्ट में कहा गया है कि धूम्रपान के इस्तेमाल से दिल की बीमारियों के जोखिम को लेकर जागरूकता में काफी कमी है।
रिपोर्ट हाल में दुबई के वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ कॉर्डियोलॉजी में जारी की गई है। उसके अनुसार धूम्रपान करने वालों में करीब 70 फीसदी चीनी, 50 प्रतिशत भारतीय और नीदरलैंड के 40 प्रतिशत लोगों को यह जानकारी नहीं है कि इससे दिल का दौरा पड़ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार एक बार धूम्रपान के बाद उसके दोबारा इस्तेमाल से होने वाले जोखिम के बारे में तो और भी कम जागरूकता है। विएतनाम में 90 प्रतिशत धूम्रपान करने वाले इस जोखिम की जानकारी से बेखबर पाए गए हैं ।
धूम्रपान नियंत्रण कानून बनाने वाले और सुविकसित स्वास्थ्य अभियान वाले कई देशों में भी एक तिहाई से लेकर 50 प्रतिशत तक धूम्रपान करने वाले लोगों में इस बारे में अनभिज्ञता पाई गई है। इन देशों में कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। (भाषा)