क्यों हैं कुलदीप यादव 'चाइनामैन', इस गेंदबाज के सामने बटलर और स्टोक्स ने इसलिए टेक दिए घुटने

बुधवार, 16 मई 2018 (16:39 IST)
आईपीएल 2018 के 49वें 'करो या मरो' वाले मुकाबले में कोलकाता नाइटराइडर्स ने राजस्थान रॉयल्स पर शानदार जीत हासिल की। इस जीत के प्रमुख हीरो बने मिस्ट्री स्पिनर कुलदीप यादव। उन्होंने अपने स्पेल में 20 रन देकर 4 विकेट लिए। आईपीएल के इतिहास में किसी स्पिनर का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। अगर इस सीजन की बात करें तो किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाज अंकित राजपूत के बाद दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज कुलदीप यादव हैं। अंकित ने अपने स्पेल में 14 रन देकर 5 विकेट लिए हैं। आईपीएल 2018 में कुलदीप अब तक 13 मैचों  में 13 विकेट ले चुके हैं।
 
क्या होती है 'चाइनामैन' बॉलिंग-
यह बिलकुल राइट आर्म लेग ब्रेक बॉलिंग की तरह है। बाएं हाथ का स्पिन गेंदबाज जब गेंद को स्पिन कराने के लिए अपनी उंगलियों की बजाए अपनी कलाई का सहारा लेता है, तो वह 'चाइनामैन' बॉलिंग मानी जाती है। इस तरह के बॉलर के पास टॉप स्पिन और फ्लिपर जैसी विविधताएं होती हैं।
 
'चाइनामैन' शब्द का सबसे पहले प्रयोग वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के अनऑर्थोडॉक्स गेंदबाज एलिस  अचोंग के लिए किया गया था। वे चीनी मूल के थे और वेस्टइंडीज की तरफ से खेलते थे। उनकी खासियत यह थी कि वे थे तो बाएं हाथ के स्पिनर लेकिन उनकी गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए ऑफ से लेग की तरफ टर्न होती थी।
 
वेस्टइं‍डीज और इंग्लैंड के बीच 1933 में मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान एलिस अचोंग ने अपनी इस तरह की गेंद पर इंग्लैंड के बल्लेबाज वाल्टर रॉबिन्स को बोल्ड कर दिया था। चौंकाने वाली गेंद पर बोल्ड होने के बाद रॉबिन्स ने पैवेलियन लौटते समय अंपायर से एलिस के लिए अपशब्दों के साथ 'चाइनामैन' शब्द का प्रयोग किया था। तब से अजीबोगरीब एक्शन वाले ऐसे गेंदबाजों को 'चाइनामैन' बॉलर' कहां जाता है। 
 
पांच गेंदबाज हैं इस कला में माहिर-
 
एलिस अचोंग (वेस्टइंडीज)- इस अलग तरह की गेंदबाजी की शुरुआत एलिस अचोंग ने ही की थी। एलिस ने वेस्टइंडीज के लिए 8 टेस्ट मैच खेले। टेस्ट खेलने वाले चीनी मूल के पहले क्रिकेटर अचोंग बाएं हाथ के स्पिनर थे।
 
गैरी सोबर्स (वेस्टइंडीज)- वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर गैरी सोबर्स क्रिकेट के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में शामिल हैं। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी अव्वल दर्जे की थी। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 235 विकेट  लिए। सोबर्स बाएं हाथ से धीमी गेंद करते थे और उनका स्तर भी 'चाइनामैन' गेंदबाज का बन चुका था।
 
जॉनी वार्ड्ले (इंग्लैंड)- जॉनी वार्ड्ले को सबसे कौशलपूर्ण स्पिनर माना जाता था। वार्ड्ले ने सिर्फ 25 टेस्ट ही खेले। वार्ड्ले पारंपरिक बाएं हाथ की गेंदबाजी लॉक की तरह भी कर लेते थे, तो उनके पास 'चाइनामैन' एक हथियार के रूप में मौजूद था। वे विशेषकर इसका प्रयोग इंग्लैंड में करते थे। वार्ड्ले इंग्लैंड के अब  तक में एकमात्र 'चाइनामैन' गेंदबाज रहे हैं।
 
ब्रैड हॉग (ऑस्ट्रेलिया)- ब्रैड हॉग क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल 'चाइनामैन' गेंदबाजों में से एक हैं। हॉग ऑस्ट्रेलिया की 2003 और 2007 विश्व कप विजेता टीम के महत्वपूर्ण सदस्य थे। हॉग की गेंदबाजी को समझना बल्लेबाज के लिए काफी मुश्किल होता है।
 
कुलदीप यादव (भारत)- कुलदीप यादव भारत के इकलौते 'चाइनामैन' गेंदबाज हैं। कुलदीप यादव ने अपने पदार्पण टेस्ट मैच में ही ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट चटकाए थे। आईपीएल में भी कुलदीप अपनी मिस्ट्री गेंदबाजी से बल्‍लेबाजों को परेशान करते रहे हैं।
 
 
कुलदीप यादव आईपीएल में 1 पारी में 4 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले बाएं हाथ के स्पिनर्स की लिस्ट में भी शामिल हो गए हैं। कुलदीप से पहले इस सूची में रवीन्द्र जडेजा (4 बार), युवराज सिंह (2 बार), शादाब जकाती (2 बार), केपी अपन्ना, अक्षर पटेल, पवन नेगी और ब्रैड हॉग हैं।

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