नई दिल्ली। आईपीएल अब अपने निर्णायक मोड़ पर आ गया है। यह लगभग तय हो चुका है कि प्लेऑफ में कौन कौनसी टीम खेलेगी। चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स का आना लगभग तय हो चुका है। मुंबई इंडियन्स की संभावना भी लग रही है। चौथे स्थान के लिए जंग अभी भी जारी है।
ऐसे में विदेशी खिलाड़ी धीरे धीरे कर के विश्वकप की तैयारियों के लिए अपने अपने देश रवाना हो रहे हैं। ऐसे में टूर्नामेंट में कैसे संघर्ष करेंगी भिन्न फ्रेंचाइजी-
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- टीम पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है। इस कारण विदेशी खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी का कोई खास असर नहीं पडे़गा।
चेन्नई सुपर किंग्स- विदेशी खिलाड़ियों के अभाव का सबसे कम असर माही की टीम को पड़ेगा। इस टीम में ज्यादातर खिलाड़ी भारतीय है, जो विदेशी हैं वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं जैसे ड्वेन ब्रावो और शेन वॉटसन। फाफ डु प्लेसिस को टीम मिस कर सकती है।
दिल्ली कैपिटल्स- आईपीएल में यह टीम कई सालों बाद उभरी है। कगीसो रबाडा के जाने से टीम की गेंदबाजी कमजोर हो जाएगी। हालांकि बल्लेबाजी पर उतना असर नहीं दिखेगा।
किंग्स 11 पंजाब- यह टीम लगभग एक विभाग से एक बड़ा खिलाड़ी खो देगी सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल, ऑलराउंडर डेविड मिलर और तेज गेंदबाज सैम करन के जाने के बाद प्रदर्शन में गिरावट आना तय है।
कोलकाता नाइट राईडर्स- आंद्रे रसेल के जाने के बाद केकेआर का क्या हश्र होगा यह चिंता कप्तान दिनेश कार्तिक को जरूर होगी।टीम वैसे भी प्लेऑफ में जाने की जद्दोजहद कर रही है।
मुंबई इंडियन्स- क्विंटन डि कॉक और लसिथ मलिंगा के जाने से मुंबई इंडियन्स को फर्क तो पड़ेगा पर अन्य खिलाड़ी इसकी भरपाई कर सकते हैं।
राजस्थान रॉयल्स- स्टीव स्मिथ के जाने के बाद कप्तानी कौन करेगा यह बड़ा सवाल है। वहीं जोस बटलर और बेन स्टोक्स के न होने से टीम को और भी दिक्कतें आएंगी।
सनराइजर्स हैदराबाद- टीम के ओपनर डेविड वार्नर इस सीजन में सर्वाधिक रन बना चुके हैं। जॉनी बेरिस्टो ने उनका बखूबी साथ दिया है। राशिद खान की गेंदबाजी लाजवाब रही है। इन तीनों खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में टीम को मुश्किल आने वाली है।