पिछले मैच में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ धोनी ने 22 गेंद में नाबाद 44 रन बनाए जिसकी मदद से चेन्नई ने 80 रन से जीत दर्ज की। यह पूछने पर कि धोनी की गैर मौजूदगी में कप्तानी करना कितना मुश्किल था, रैना ने कहा, ‘धोनी को बतौर कप्तान खोना कोई मसला नहीं है लेकिन बतौर बल्लेबाज उनके नहीं होने से मुश्किल होती है। हैदराबाद और मुंबई के खिलाफ यही हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘वह क्रीज पर होते हैं तो विरोधी टीमें वैसे ही दबाव में आ जाती है। वह नहीं होते हैं तो फर्क हम सभी ने देखा।’ उन्होंने संकेत दिए की धोनी के नहीं रहने पर वह कप्तानी की बागडोर संभाल सकते हैं।
रैना ने कहा, ‘पिछले कुछ साल में बतौर बल्लेबाज और टीम मेंटर के रूप में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। उनके संन्यास लेने पर शायद मैं कप्तानी कर सकता हूं लेकिन जब तक वह चाहें चेन्नई के लिए खेलते रहेंगे। आप उन्हें और चेन्नई को जानते हैं।’