8 टीमों के आईपीएल में उस तरह का जैविक सुरक्षा माहौल नहीं बनाया जा सकता, जैसा इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला में किया गया। वाडिया ने कहा कि जैविक सुरक्षित माहौल के बारे में संजीदगी से विचार किया जाना चाहिए लेकिन मैं नहीं जानता कि 8 टीमों के टूर्नामेंट में यह संभव है। हम बीसीसीआई से मानक संचालन प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अमीरात में सबसे ज्यादा जांच दर रही है और उनके पास सारी तकनीक है। बीसीसीआई को पर्याप्त जांच सुनिश्चित कराने के लिए स्थानीय प्रशासन की मदद की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक के हिसाब से सोचें, तो हम यूएई में आईपीएल पहले भी करा चुके हैं। इस बार प्रोटोकॉल ज्यादा होंगे। उम्मीद है कि बीसीसीआई जरूरी कदम उठाएगा। ईपीएल जैसी फुटबॉल लीग से भी काफी कुछ सीखा जा सकता है।
टीमों के लिए आर्थिक रूप से असुरक्षित माहौल में प्रायोजक जुटाना चिंता का सबब हो सकता है लेकिन वाडिया ने कहा कि इस साल आईपीएल से होने वाले फायदों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई हैरानी नहीं होगी अगर इस बार का आईपीएल सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूर्नामेंट साबित हो। सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनियाभर में। प्रायोजकों के लिए काफी फायदे होंगे और मुझे यकीन है कि वे इसे उस नजरिए से देखेंगे। (भाषा)