मुंबई इंडियंस या चेन्नई सुपरकिंग्स जैसी हाईप्रोफाइल टीम नहीं होने के बाद सनराइजर्स किसी से कम नहीं है क्योंकि उसके पास शानदार कोचिंग स्टाफ है। इसमें ट्रेवर बेलिस (केकेआर के आईपीएल विजेता पूर्व कोच), वीवीएस लक्ष्मण और मुथैया मुरलीधरन जैसे महान पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं। ये तीनों आईपीएल की सफल टीमों के डगआउट में रह चुके हैं और इनका अपना कद बहुत ऊंचा है।
पिछले सत्र में जॉनी बेयरस्टॉ और वॉर्नर ने कई रिकॉर्ड तोड़े जिनमें आईपीएल के इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड शामिल है। दोनों अपने दम पर टीम को नॉकआउट तक ले गए थे। वॉर्नर ने 12 मैचों में 692 रन बनाए जिसमें 8 अर्द्धशतक और एक शतक शामिल था, वहीं बेयरस्टॉ ने 10 मैचों में 1 शतक और 2 अर्द्धशतक के साथ 445 रन जोड़े।
सनराइजर्स के बल्लेबाजी क्रम में हालांकि उतनी गहराई नहीं दिख रही। वॉर्नर और बेयरस्टॉ के नाकाम रहने पर दारोमदार पूरी तरह से मनीष पांडे और केन विलियम्सन पर आ जाएगा। टीम ने बाएं हाथ के बल्लेबाज विराट सिंह जैसे युवाओं पर भरोसा किया है जिसने सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में 343 रन बनाए थे। बल्लेबाजी हरफनमौला अभिषेक शर्मा और भारत के अंडर 19 कप्तान प्रियम गर्ग भी टीम में हैं।
गेंदबाजी सलाहकार मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि इस साल हम युवाओं के साथ जा रहे हैं और हमें उम्मीद है कि वे मौके का सही उपयोग करेंगे। यूएई की पिचों पर स्पिनरों की भूमिका अहम होगी। ऐसे में राशिद ट्रंपकार्ड साबित हो सकते हैं जिनका टूर्नामेंट में इकॉनामी रेट 6.55 है। टीम के पास ट्रेवर बेलिस के रूप में नया कोच है जिनके मार्गदर्शन में इंग्लैंड ने पिछले साल वन-डे विश्व कप और कोलकाता नाइटराइडर्स ने दो आईपीएल खिताब जीते हैं।
टीम : डेविड वॉर्नर (कप्तान), जॉनी बेयरस्टॉ, केन विलियमसन, मनीष पांडे, श्रीवत्स गोस्वामी, विराट सिंह, प्रियम गर्ग, रिद्धिमान साहा, अब्दुल समद, विजय शंकर, मोहम्मद नबी, राशिद खान, मिशेल मार्श, अभिषेक शर्मा, बी संदीप, संजय यादव, फेबियन एलेन, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, संदीप शर्मा, शाहबाज नदीम, सिद्धार्थ कौल, बिली स्टानलेक, टी नटराजन, बासिल थम्पी। (भाषा)