ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच क्रिकेट की सबसे पुरानी जंग एशेज क्रिकेट फैंस आज भी चाव से देखते हैं। यही कारण है कि बरसों से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले ऐसे होते हैं जैसे भारत और पाकिस्तान के मुकाबले। दोनों ही टीमें एक दूसरे हारना नहीं चाहती।
क्रिकेट की सबसे पुरानी जंग रविवार को एक अलग सांचे में दिखेगी जब ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और इंग्लैंड को पहली बार वनडे विश्वकप जितवाने वाले इयॉन मॉर्गन सनराईजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स के मुकाबले में भिड़ेंगे।
पूर्व चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में टीम के अंदर उचित संतुलन तैयार करके अपने अभियान का सफल आगाज करने की कोशिश करेगा।
केकेआर की अगुवाई इस बार सीमित ओवरों के सबसे सफल कप्तानों में से एक इयोन मोर्गन कर रहे है। उन्होंने पिछले सत्र में यूएई में दिनेश कार्तिक से टूर्नामेंट के बीच में कप्तानी संभाली थी।
पिछले सत्र में केकेआर के सनराइजर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के समान अंक थे। केकेआर हालांकि रन रेट में पिछड़ गया और लगातार दूसरी बार प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाया था।
मोर्गन पहली बार पूर्णकालिक कप्तान की जिम्मेदारी संभाल रहे और ऐसे में सभी की निगाहें इंग्लैंड के वनडे विश्व कप विजेता कप्तान पर होंगी जो कि दो बार के आईपीएल चैंपियन को खोयी प्रतिष्ठा दिलाने के लिये प्रतिबद्ध लगते हैं।
केकेआर के पास शुभमन गिल के रूप में शीर्ष क्रम में शानदार बल्लेबाज है जो कि तेजी से रन बनाने में सक्षम हैं जबकि राहुल त्रिपाठी, नितीश राणा और अनुभवी कार्तिक के रूप में उसके पास अच्छे भारतीय बल्लेबाज हैं।
इसके अलावा कप्तान मोर्गन हैं जो कि किसी भी तरह की आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं जबकि आंद्रे रसेल आक्रामक बल्लेबाजी के पर्याय हैं और किसी भी गेंदबाजी के लिये बड़ा खतरा बन सकते हैं।
रसेल पिछले सत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये थे। उन्होंने नौ पारियों में 13 की औसत से रन बनाये थे। वह किसी भी मैच में मैच विजेता प्रदर्शन नहीं कर पाये थे और जमैका के इस खिलाड़ी पर अत्याधिक निर्भरता केकेआर को महंगी पड़ी थी।
वेस्टइंडीज का एक अन्य खिलाड़ी सुनील नारायण भी यूएई में नहीं चल पाया था। केकेआर के पास अब उनके स्थान पर शाकिब अल हसन के रूप में अच्छा विकल्प है।
चेपॉक की धीमी पिच पर निगाहें 40 साल के हरभजन सिंह पर भी टिकी रहेगी जो अपने संभवत: आखिरी आईपीएल में अधिक से अधिक प्रभाव छोड़ना चाहेंगे। केकेआर के पास वरुण चक्रवर्ती के रूप में रहस्यमयी स्पिनर भी है।
आईपीएल में जिन टीमों के प्रदर्शन में निरंतरता रही है उनमें सनराइजर्स हैदराबाद भी शामिल है। वह पिछले साल दूसरे क्वालीफायर में दिल्ली कैपिटल्स से हार गयी थी।
भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की वापसी से सनराइजर्स को मजबूती मिली है। वह कूल्हे की चोट के कारण पिछली बार केवल चार मैच खेल पाये थे। भुवनेश्वर ने भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला में शानदार वापसी की थी। वह यार्कर विशेषज्ञ टी नटराजन के साथ तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी संभालेंगे।सनराइजर्स के पास अफगानिस्तान का स्पिनर राशिद खान भी है और ऐसे में उसका आक्रमण बेहद संतुलित नजर आता है।
लेकिन सनराइजर्स की असली ताकत उसकी सलामी जोड़ी डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टॉ हैं। उसके पास मध्यक्रम में केन विलियमसन और मनीष पांडे है। ऋद्धिमान साहा ने भी पिछले सत्र में सनराइजर्स की तरफ से पारी का आगाज किया था और ऋषभ पंत के शानदार प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय टीम में अंतिम एकादश में जगह बनाने में नाकाम रहने के बाद अब वह खुद को साबित करने की कोशिश करेंगे।
जहां तक इन दोनों टीमों के बीच आपसी मुकाबलों की बात है तो केकेआर ने अब तक 12 जबकि सनराइजर्स ने सात मैच जीते हैं।(भाषा)