ढाका: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) की ओर से शुक्रवार को बंगलादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सत्र में भाग लेने के लिए उनके अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) को बरकरार रखने के फैसले के बाद बीसीबी और शाकिब के बीच श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बजाय उनकी आईपीएल में मौजूदगी को लेकर खड़े हुए विवाद के खत्म होने के आसार हैं।
आईपीएल 2021 की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा था। शाकिब इससे पहले 2011 और 2017 के बीच नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं और उन्होंने 2012 और 2014 में कोलकाता के आईपीएल चैम्पियन बनने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। एक साल के प्रतिबंध के बाद भी वनडे क्रिकेट में वह ऑलराउंडरों की रैंकिंग में नंबर 1 और टी-20 में नंबर 2 पर काबिज हैं।
दरअसल शाकिब ने बीसीबी के क्रिकेट संचालन चेयरमैन अकरम खान पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलने के बजाय आईपीएल में खेलने के उनके फैसले को अकरम ने गलत तरीके से पेश किया है। शाकिब अल हसन के मुताबिक उन्होंने अपने लेटर में नहीं कहा था कि वो टेस्ट में नहीं खेलना चाहते हैं। इसके बाद शाकिब की आईपीएल में भागीदारी पर संदेह बन गया था।
बीसीबी के निदेशक इस्माइल हैदर ने पुष्टि की है कि शाकिब की एनओसी में कोई बदलाव नहीं होगा और वह आईपीएल में हिस्सा ले सकते हैं।जानकारी के मुताबिक शाकिब अपनी कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) टीम में शामिल होने के लिए 28 मार्च को बंगलादेश से भारत के लिए रवाना होंगे और प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध होने से पहले सात दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में रहेंगे। शाकिब की एनओसी 18 मई तक मान्य है और उनकी श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में वापसी की उम्मीद है जो 20 मई से शुरू होगी।
22 मार्च को अमेरिका से बंगलादेश पहुंचे शाकिब ने गत बुधवार से मीरपुर के शेर-ए-बंगला नेशनल स्टेडियम में ट्रेनिंग भी शुरू कर दी है। इस दौरान उन्होंने अपनी खुद की क्रिकेट अकादमी के नेट्स में घंटों बिताए और अपने बल्लेबाजी कौशल को निखारने की कोशिश की और साथ ही कुछ ओवर भी फेंके, जिससे लगता है कि वह अपनी कमर की चोट से काफी हद तक उबर चुके हैं, जिसने उन्हें वेस्ट इंडीज के खिलाफ घरेलू मैदान पर दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया था।(वार्ता)