मुंबई के डीवाए पाटिल स्टेडियम में आईपीएल 2022 में जीत को तरस रही चेन्नई और हैदराबाद शनिवार को आमने सामने होंगी और अपना खाता खोलने की भरपूर कोशिश करेंगी।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
चेन्नई और हैदराबाद के हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो चेन्नई का पलड़ा हैदराबाद पर खासा भारी है। अब तक खेले गए 16 मैचों में 12 में चेन्नई ने जीत हासिल की है जबकि सिर्फ 4 मैचों में हैदराबाद ने जीत हासिल की है। इस आंकड़े को देखा जाए तो कल चेन्नई आईपीएल 2022 में अपनी पहली जीत दर्ज कर सकती है। हालांकि हैदराबाद भी 2 मैच हार चुकी है तो वह भी जीत की भरपूर कोशिश करेगी।
चेन्नई सुपर किंग्स की बल्लेबाजी में दिखती है गहराई
चेन्नई की बल्लेबाज़ी में काफ़ी गहराई नज़र आ रही है। न्यूज़ीलैंड के एडम मिल्ने के खाते में चार प्रथम श्रेणी अर्धशतक और एक लिस्ट ए अर्धशतक भी है। पिछले सीज़न की तरह टीम में अब फाफ़ डुप्लेसी भी नहीं हैं लेकिन उनकी कमी चेन्नई को उतनी नहीं खल रही है। गायकवाड़ ने साल 2021 के आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाए थे।
रॉबिन उथप्पा ने पिछले सीज़न उन्होंने कुछ शानदार पारियों के साथ चेन्नई की टीम को जीत दिलाने का काम किया था पहले मैच में भी वह रंग में दिखे थे दूसरे में तो उन्होंने अर्धशतक जड़ा था। वहीं मोइन के जुड़ने से टीम को एक ऑलराउंडर मिला, लखनऊ के खिलाफ उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए। डेवोन कॉन्वे औसत प्रदर्शन के बाद भी सलामी बल्लेबाजी ही करेंगे। कॉन्वे को लेकर चेन्नई के मुख्य कोच स्टीवन फ्लेमिंग काफ़ी आश्वस्त है और उन्होंने कॉन्वे की काफ़ी तारीफ़ भी की है। मुंबई के ऑलराउंडर शिवम दुबे पिछले मैच में फ्लॉप हुए थे उन्हें शायद ही जगह मिले।
हालांकि चेन्नई पिछला मैच अपने बल्लेबाजों के कारण ही हारी थी लेकिन वह सिर्फ एक खराब मैच था जिसमें स्कोर का पीछा करना था।
चेन्नई सुपर किंग्स के पास गेंदबाजों की कमी
दीपक चाहर के चोटिल होने से सीएसके के गेंदबाज़ी आक्रमण को झटका लगा है। हालांकि सीएसके के लिए चिंता का सबब यह है कि चाहर के विकल्प में जो गेंदबाज़ हैं उनमें से एक भी गेंदबाज़ पावरप्ले का स्पेशियलिस्ट नहीं है। इसका खामियाजा पिछले 3 मैचों में भुगतना पड़ा है।
टीम में एक अग्रणी रिस्ट स्पिनर की कमी भी सीएसके के लिए चिंता का सबब है। अब तक सीएसके के लिए नेट्स में गेंदबाज़ी करने वाले प्रशांत सोलंकी ही सीएसके के पास बतौर रिस्ट स्पिनर मौजूद हैं। हालांकि आईपीएल का पिछला खिताब अपने नाम करने वाली सीएसके लेग स्पिनर कर्ण शर्मा के बगैर ही खेली थी।
हैदराबाद के कुछ तेज गेंदबाजों ने दिखाया है दम
हैदराबाद ने जिस तरह का खेल दिखाया है फिलहाल तो उनकी ताकतों के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। इतना भले ही कहा जा सकता है कि उनके कुछ तेज गेंदबाजों जैसे टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार ने बीच बीच में अच्छी गेंदबाजी की है।
हैदराबाद की बल्लेबाजी में विश्वसनीयता गायब
हैदराबाद की बल्लेबाजी में केन विलियमसन और निकोलस पूरन के अलावा कोई और दूसरा बड़ा नाम नहीं दिखाई देता। बल्लेबाजी में कुछ बड़े नाम थे वो नीलामी में चले गए। लेकिन मौजूदा खिलाड़ियों का फॉर्म भी साथ नहीं दे रहा है। भारतीय नाम भी कुछ खास नहीं कर पा रहे हैं।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
चेन्नई को इस मुकाबले में जीत हासिल करनी है तो ऋतुराज गायकवाड को इस मैच में चलना होगा। पहले दो मुक़ाबलों में ऋतुराज गायकवाड का जल्दी आउट होना ( 0 और 1) चेन्नई के लिए एक बड़ी क़ीमत रही है। इसके बाद तीसरे मैच में भी वह सिर्फ 1 रन बना पाए। पिछले साल के ऑरेंज कैप विजेता ऋतुराज का अनोखा रिकॉर्ड है कि जब उन्होंने बतौर ओपनर 30 या उससे अधिक का स्कोर बनाया है तो उनकी टीम 13 में से 12 मैच जीती है। ऐसे में चेन्नई की जीत का प्रतिशत 92.3 होता है। यही आंकड़ा उनके 30 से कम रन बनाने पर 22.2 प्रतिशत तक गिर जाता है।
अंबाती रायडू का प्रदर्शन ना बहुत अच्छा कहा जा सकता है और ना बहुत बुरा। वह 20 -30 का योगदान देकर डगआउट में जाकर बैठ जाते हैं। ऐसे में रायडू को चाहिए कि वह पिच पर थोड़ा ज्यादा समय बिताएं।वह एक बल्लेबाज के तौर पर लंबा खेल सकते हैं और बाकी बल्लेबाज रनों की गति पर ध्यान दे सकते हैं। इस मैच पर उनकी ओर निगाहें रहेंगी।
बड़े नामों के अभाव में मुकेश चौधरी को जडेजा लगातार मौका दे रहे हैं और वह लगातार फेल भी हो रहे हैं। वह हर मैच में बहुत महंगे साबित हो रहे हैं। पिछले मैच में ही उन्होंने पंजाब के खिलाफ 4 ओवरों में 52 रन दिए थे और सिर्फ 1 विकेट लिया था। इस बार भी शायद उनको मौका मिल जाए क्योंकि दीपक चाहर फिट नहीं है।
केन विलियमसन का बल्ला इस आईपीएल 2022 में नहीं चल पाया है। वह विशुद्ध टी-20 बल्लेबाज नहीं है। लेकिन वह तेज खेल सकते हैं ऐसा उन्होंने टी-20 विश्वकप के फाइनल में बताया। पहले 2 मैचों में वह बेहतर नहीं खेल पाए। लखनऊ के खिलाफ सिर्फ 16 रन तो राजस्थान के खिलाफ सिर्फ 2 रन बना पाए थे। कप्तान होने के नाते उन्हें एक बड़ी पारी खेलनी पड़ेगी ताकि टीम उस से प्रेरणा लेकर आगे के मैचों में स्थिति संभाल पाए।
केन विलियमसन के साथी अभिषेक शर्मा भले ही कम अनुभव के बांए हाथ के भारतीय बल्लेबाज है लेकिन वह एक महत्वपूर्म जगह पर बल्लेबाजी करते हैं। वह अपने कप्तान के साथ सलामी बल्लेबाजी करते हैं। राजस्थान के खिलाफ वह सिर्फ 9 रन तो लखनऊ के खिलाफ सिर्फ 13 रन बना पाए थे। उन पर इस मैच में बड़ी पारी खेलने का दबाव रहेगा।
बल्लेबाजी के अलावा एक गेंदबाज जो पिछले सत्र में काफी चर्चा में था इस साल नहीं चल पाया है। उमरान मलिक ने पहले मैच में 4 ओवरों में 39 रन देकर 2 विकेट जरूर लिए लेकिन अगले मैंच में वह इतने ही रन 3 ओवरों में लुटा डाले। इस कारण से उनकी इकॉनोमी खासी प्रभावित रही। उन्हें तेजी से ज्यादा अब विकेट निकालने पर ध्यान लगाना होगा।