बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच आईपीएल के इस सीज़न का 49वां मुक़ाबला पुणे के एमसीए स्टेडियम में शाम साढ़े सात बजे से खेला जाना है। इस सीज़न की अच्छी शुरुआत करने के बाद आरसीबी एक बार फिर हार की पटरी पर है, जबकि चेन्नई सुपर किंग्स अपना पिछला मुक़ाबला जीत कर आ रही है।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
आईपीएल में दोनों टीमों के बीच हुई अब तक भिड़ंत के मामले में चेन्नई सुपर किंग्स आगे है। ऐसे में आंकड़ों के रास्ते दोनों टीमों के खिलाड़ियों की वस्तुस्थिति को टटोलने का प्रयास करते हैं।कुल 30 मैचों में चेन्नई 20 मैच जीत चुकी है और बैंगलोर 9। 1 मैच बेनतीजा गया है। इसके अलावा चेन्नई ने इस सत्र में अपनी जीत की शुरुआत बैंगलोर के खिलाफ ही की थी।
चेन्नई के लिए लौटा माही मैजिक
चेन्नई ने कुछ नहीं किया सिर्फ कप्तान बदल दिया और टीम का जैसे कायापलट हो गया हो। बल्लेबाज बड़े बड़े स्कोर बनाने लग गए गेंदबाज विकेट निकालने लग गए। अब यह देखना होगा कि आने वाले मैचों में भी यह माही मैजिक काम करता है या नहीं।
महंगे रहे हैं चेन्नई के गेंदबाज
चेन्नई ने अभी तक नौ मैच खेले हैं और उसके किसी भी गेंदबाज की किफायत दर 7.50 प्रति ओवर से कम नहीं रही है । महेश तीक्षणा ने 7 . 54 की औसत से गेंदबाजी की है जबकि ड्वेन ब्रावो और मुकेश चौधरी का औसत क्रमश: 8.73 और 9.82 रहा है।
बैंगलोर के गेंदबाजों ने किया है बेहतरीन प्रदर्शन
बैंगलोर के गेंदबाजों ने पिछले कुछ मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। फिर चाहे वह जोश हेजलवुड हो, मोहम्मद सिराज हो या फिर वानिंदू हसरंगा हो। गेंदबाजी बैंगलोर की कभी ताकत नहीं रही लेकिन इस सत्र में यह ताकत बनकर उभर रही है।
बैंगलोर ने की है लचर बल्लेबाजी
इसके ठीक उलट यह कहा जा सकता है कि हमेशा बल्लेबाजी बैंगलोर की ताकत रही है लेकिन अब कमजोरी बनकर उभर रही है। आरसीबी ने सत्र का न्यूनतम स्कोर 68 रन अपने नाम किया और एक अन्य मैच में 145 रन के आसान लक्ष्य का पीछा नहीं कर सके। गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में कोहली ने 53 गेंद में 58 रन बनाये लेकिन उनकी टीम 170 रन ही बना सकी जो बल्लेबाजों की मददगार पिच पर कम स्कोर था।
इन खिलाड़ियों पर रहेगी निगाहें
विराट कोहली ने 10 मैचों में सिर्फ 1 अर्धशतक के साथ 186 रन बनाए हैं। वह पिछले मैच में फॉर्म में आए थे। कोहली ने 58 रन बनाने में करीब नौ ओवर लिये जिससे उनकी टीम बड़ा स्कोर बनाने से चूक गई थी। अब वह कैसा खेलते हैं इस कारण सबकी उनपर नजर होगी।
7 मैचों में 157 रन बनाने वाले ग्लेन मैक्सवेल अभी तक एक बार भी मैच फिनिश नहीं कर पाए हैं। जिस कारण फ्रैंचाइजी ने उनको टीम में रखा था वैसा खेल वह अभी तक नहीं दिखा पाए हैं। उन पर कल खासा दबाव रहने वाला है।
पिछले मैच को छोड़ दे तो मोहम्मद सिराज का यह सत्र भुलाने लायक रहा है। वह बहुत महंगे साबित हो रहे हैं और विकेट भी कम ले पाए हैं। 10 मैच में वह 228 गेंद फेंक कर 357 रन लुटा चुके हैं और विकेट सिर्फ 8 निकाल पाए हैं।
पिछले मैच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खुद को पहले नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रखा था। इस सत्र में वह पहले मैच में अर्धशतक लगा चुके हैं इसके बाद से उनका बल्ला सूना है। हालांकि वह मुंबई के खिलाफ टीम को मैच जिता चुके हैं। कल उन पर भी काफी निगाहें रहेंगी।
पूर्व कप्तान रविंद्र जड़ेजा भी पिछले मैच से ही रंग में आए है। हालांकि वह 174 गेंदो में 228 रन पड़वा कर 5 विकेट ले पाए हैं। कप्तानी छोड़ने के बाद उनके प्रदर्शन में निखार आता भी है या नहीं इसे देखने के लिए फैंस उत्सुक हैं।
पहले कुछ मैचों में चेन्नई के लिए बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करने वाले मोइन अली को अंतिम 11 में शामिल किया जाएगा या नहीं यह भी एक बड़ा सवाल है। शुरुआती मैचों में वह बल्ले से चेन्नई के लिए कुछ उपयोगी पारी खेल चुके हैं। माही जीती हुई टीम के साथ छेड़छाड़ करते हैं या फिर मोइन बाहर बैठे रहते हैं। इस पर भी फैंस की निगाहें रहेंगी।