पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच बुधवार का मैच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की जगह मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेला जाएगा। खेल की सुबह कैपिटल्स के खिलाड़ियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट होने के बाद ही मैच को हरी झंडी मिलेगी। यदि मैच 20 अप्रैल को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो पाता है, तो आईपीएल इस मैच को पुनर्निर्धारित करेगा।
हेड टु हेड रिकॉर्ड
दोनों ही टीमें इस सत्र संघर्ष कर नजर आ रही है। इस कारण इस मैच पर फैंस की निगाहें होंगी। अगर हेड टु हेड रिकॉर्ड को देखा जाए तो पंजाब का पलड़ा दिल्ली पर भारी है लेकिन सिर्फ थोड़ा ही। कुल 28 मैचों में से 15 मैच पंजाब ने जीते है और दिल्ली को सिर्फ 13 में जीत मिली है।
दिल्ली और पंजाब के पास नहीं है बल्लेबाजों और ऑलराउंडर्स की कमी
दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली और पंजाब के टीम संयोजन में समानता भी काफी है। अगर दिल्ली के पास डेविड वॉर्नर है तो पंजाब के पास दिल्ली से ही आए हुए शिखर धवन हैं। अगर दिल्ली के पास पृथ्वी शॉ है तो दिल्ली के पास मयंक अग्रवाल है। दोनों ही टीमों के पास बाएं और दाएं हाथ का बल्लेबाज सलामी बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध है।
इसके अलावा दोनों ही टीमों में अच्छे खासे ऑलराउंडर्स है। पंजाब के लिए कमाल दिखाने वाले लियाम लिंग्वस्टोनऔर ओडियन स्मिथ है तो फिर दिल्ली के लिए अक्षर पटेल और ललित यादव है।
दोनों ही टीमों के पास एक तेज तर्रार दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज भी है। दिल्ली के पास एनरिच नोर्त्जे हैं तो पंजाब किंग्स के पास भी कगीसो रबाड़ा मौजूदी हैं।
दिल्ली और पंजाब की दिक्कत भी एक- लय और लचर बल्लेबाजी
सिर्फ टीम संयोजन ही नहीं इन दोनों टीमों की दिक्कतें भी एक जैसी ही है। दोनों ही टीमें लय में नहीं आ पा रही है। दिल्ली हो या पंजाब पिछले कुछ मैच दोनों ही टीमों ने लचर बल्लेबाजी के कारण गंवाए हैं। ऋषभ पंत फिनिशर के तौर पर फ्लॉप हो रहे हैं तो मयंक अग्रवाल ओपनर के तौर पर।
इन खिलाड़ियों पर होगी निगाहें
पिछले मैच में अपनी टीम को जीत की राह पर ले जा रहे ऋषभ पंत का एक अद्भुत कैच विराट कोहली ने पकड़ा था और एक बार फिर वह अपनी टीम को जीत दिलाने में नाकामयाब रहे थे। 5 मैचों में वह एक भी अर्धशतक या फिर शतक नहीं बना पाए हैं लेकिन इससे ज्यादा बात दिल्ली को उनके फिनिशर की भूमिका ढंग से ना निभाने के कारण हो रही है। इस बार वह कैसा प्रदर्शन करते हैं वह देखने लायक होगा।
पहले मैच को छोड़ दे तो अक्षर पटेल की बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही है। इसके अलावा स्पिन गेंदबाजी में भी वह कुछ खास नहीं कर पाए हैं। बल्लेबाजी में वह 5 मैचों में 78 रन बना पाए हैं, जिसमें से पहले ही मैच में 38 नाबाद शामिल है। गेंदबाजी की बात करें तो 102 गेंदों में 149 रन देकर वह सिर्फ 1 विकेट ले पाए हैं। पटेल पर कल काफी दबाव रहने वाला है।
कुछ ऐसा ही हाल ललित यादव का भी है। पहले मैच में उन्होंने जरूर नाबाद 48 रन बनाए लेकिन अगले 4 मैचों में वह सिर्फ 27 रन बना पाए। गेंदबाजी में उन्होने थोड़ा बेहतर किया है। 42 गेंदो में उन्होंने 44 रन देकर 2 विकेट निकाले हैं। लेकिन उनको कप्तान को ज्यादा मौके देने पड़ेंगे।
मुंबई के खिलाफ 32 गेंदो में 52 रन जड़कर पंजाब के कप्तान मयंक अग्रवाल फॉर्म में आए ही थे कि अगले मैच में वह चोटिल होकर बाहर हो गए। उनकी कमी टीम को काफी खली। कल वह फिर टीम में वापसी करेंगे और वह कैसा खेलेंगे इस पर कई लोगों का ध्यान होगा।
जॉनी बेरेस्टो को बड़ी उम्मीदों के साथ टीम में पंजाब ने शामिल किया था।लेकिन अभी तक वह अपनी छवि के अनूरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। वह लगातार सस्ते में आउट हो रहे हैं और 3 मैचों में सिर्फ 32 रन बना पाए हैं।
बेरेस्टो के होते हुए भी जितेश शर्मा को विकेटकीपिंग जैसी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि वह अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं। पहली बार आईपीएल खेलने वाले जितेश शर्मा सिर्फ 4 मैचों में 90 रन बना पाए हैं। अन्य कीपर बल्लेबाजों की तुलना में वह सबसे नीचे है।