चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यह सत्र खासा खराब जा रहा है। हालांकि कल बैंगलोर के खिलाफ मिली जीत से टीम को राहत पहुंची है। टीम ने 17 दिन बाद इस टूर्नामेंट में अपना खाता खोला है।
इसका एक बड़ा कारण यह है कि टीम के पास गेंदबाजी में ज्यादा विकल्प नहीं है। दीपक चाहर अब शायद ही टीम से जुड़े उनकी गैरमौजूदगी में टीम को मुकेश चौधरी को खिलाना पड़ रहा है। बुरे प्रदर्शन के बावजूद भी।
मुकेश चौधरी साबित हुए हैं बहुत महंगे
अब तक मुकेश चौधरी के लिए यह टूर्नामेंट किसी बुरे सपने की तरह गया है। उन्होंने अब तक 5 मैचों में 87 गेंदो में 161 रन दिए हैं और सिर्फ 3 विकेट निकाले हैं। उनका औसत 53 का है और इकॉनोमी 11 की है , ऐसे में उन पर हर मैच में दबाव रहता है। कल भी उन्होंने अपने 3 ओवर में 13.33 की इकॉनोमी से 40 रन दिए। उनकी गेंदबाजी देखकर एक बार फिर जड़ेजा ने उनके ओवरों को पूरा नहीं कराया।
विराट का निकाला विकेट
हालांकि बुरे फॉर्म के बावजूद मुकेश के चेहरे पर तब मुस्कान आ गई जब उन्होंने बैंगलोर के पूर्व कप्तान विराट कोहली को सिर्फ एक रन पर आउट कर दिया। मुकेश चौधरी की गेंद को लेग साइड में फ्लिक करने के चक्कर में विराट कोहली आउट हो गए। इन 3 विकटों में से यह विकेट मुकेश को लंबे समय तक याद रहेगा।
संभवत महेंद्र सिंह धोनी मुकेश चौधरी से यह ही कह रहे होंगे कि छूटे हुए कैच को देर तक याद नहीं करना। यह क्रिकेट है गलती होती है, हर दिन नया दिन होगा। कुछ कैच पकड़े जाएंगे तो कुछ कैच छूटेंगे भी।