ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस की मुंबई इंडियंस के खिलाफ आंधी तूफ़ान जैसी नाबाद 56 की पारी ने जैसे सबको सम्मोहित कर दिया। प्लेयर ऑफ द मैच बने कमिंस की इस पारी से इस मुक़ाबले को कमिंस की आंधी के तौर पर याद रखा जाएगा। कमिंस की पारी ने मैच को काफ़ी पहले ही समाप्त कर दिया। आईपीएल में अब तक मुंबई इंडियंस का केकेआर पर पलड़ा भारी रहा है। लेकिन इस पूरे मैच को कमिंस ने एकतरफा बना दिया।
कमिंंस ने मैच के बाद कहा कि वह अपने प्रदर्शन से खुश होने के साथ-साथ चकित भी हैं।वाकई यह कमाल की पारी थी, कोई भी 14 गेंद का अर्धशतक कमाल की पारी ही होगा। एक ऐसी रात जब सारे बल्लेबाज़ असहज उछाल से परेशान थे। कुल मिलाकर इस मैच में 48 अनियंत्रित रन विकेट के पीछे बने, जो पिछले छह आईपीएल सीज़न के एक अकेले मुक़ाबले में सबसे ज़्यादा थे ।
शायद यह उचित है कि इस पारी का सबसे सटीक विवरण ऐसे व्यक्ति ने किया है जो क्रिकेट प्रतिभा और फ़िटनेस के मामले में असाधारण है। पैट कमिंस बताते हैं, ''मैंने बस हर गेंद पर चौका या छक्का मारने की कोशिश की।''
आईपीएल में सातवें या उससे नीचे स्थान पर उनके नाम अब सबसे ज़्यादा अर्धशतक हैं। ऐसे में उनकी इस मैच जिताने वाली पारी पर चौंकना नहीं चाहिए। लेकिन उन्हें कभी भी एक विशुद्ध हरफ़नमौला नहीं माना जाता है, क्योंकि स्पिन के ख़िलाफ़ उनका बल्ला नहीं चलता है। स्पिन के ख़िलाफ़ वह प्रति गेंद रन भी नहीं बना पाते हैं।
कुछ ही टीम हैं जो पारी के अंत में स्पिनरों से ओवर कराती हैं, कमिंस भी ऐसी ही एक टीम का हिस्सा हैं, ऐसे में उनके लिए बल्लेबाज़ी का सबसे अच्छा समय डैथ ओवर ही हैं। ख़ासतौर पर जब वह एक ऐसे विशुद्ध बल्लेबाज़ के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे हों, जो तेज़ गेंदबाज़ी की जगह स्पिन के ख़िलाफ़ अच्छी बल्लेबाज़ी करता है।
कमिंस ने खुद भी पहली पारी में अपने आख़िरी ओवर में 23 रन खाए थे। दो छक्के कीरोन पोलार्ड के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए थर्ड मैन की दिशा में गए। ऐसे में कमिंस ने अपनी गेंदबाज़ी का अंत 4-0-49-2 के आंकड़ों के साथ किया। उन्होंने खुद का टी20 क्रिकेट में स्वागत किया होगा, क्योंकि वह यहां एक बेहतरीन टेस्ट सीरीज़ खेलकर आए थे, जहां उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 110.1 ओवर करके 12 विकेट निकाले, जो सीरीज़ में संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा थे और उनकी टीम ने यह सीरीज़ 1-0 से जीती।
इसके बाद उन्होंने बेहतरीन फ़ॉर्म के साथ टी20 क्रिकेट खेला, जहां उन्होंने हर गेंद पर बाउंड्री निकालने की कोशिश की और यह हिटिंग बेहद साफ़ थी। उन्होंने बाद में कहा, ''जब मैं ज़्यादा सोचता नहीं हूं, तब मैं अपने सर्वश्रेष्ठ पर रहता हूं।''
यह बयान उस काम को ख़ारिज नहीं कर सकता है जो पर्दे के पीछे अपने कौशल से हासिल किया जाता है, जहां आप हर बिना सोचे समझे चौके और छक्के लगा सकते हो। एक गेंदबाज़ होने के नाते आपको ऐसा करने की छूट होती है। उन्होंने ऐसा कई मैचों में करने की कोशिश की होगी, लेकिन उन्हें इस रात को वह सफलता मिली। कोई भी 14 गेंद का अर्धशतक एक अजीब पारी है, लेकिन अगर आप परिस्थितियों और कौशल को देखें, तो कमिंस से ऐसी पारी अधिक अपेक्षित हैं।(वार्ता)