सबसे पहले करें स्वीच ऑफ : अगर आपका मोबाइल पानी में भीग गया हो तो तुरंत उसका स्वीच ऑफ कर दें। अगर स्वीच ऑफ है तो ऑन करने की गलती न करें। पानी की एक बूंद भी फोन के अंदर चली गई तो यह चिप में लगे सर्किंट्स को आपस में जोड़कर उसे खराब कर सकती है। आपके फोन में स्पार्किंग भी हो सकती है। फोन में लगी एक्सेसरीज भी तुरंत हटा लें।
तुरंत बैटरी निकाल लें : अगर पानी फोन के अंदर चला गया है तो फोन की बैटरी तुरंत निकाल लें। बैटरी निकालने के बाद हैंडसेट में बैटरी के नीचे एक छोटा-सा स्टीकर चिपका होता है, जो ज्यादातर फोन में सफेद रंग का होता है। अगर फोन के अंदर पानी चला गया है, तो यह पिंक या फिर रेड कलर में बदल जाता है या फिर अगर फोन के अंदर थोड़ी नमी है तो इस स्टीकर का रंग बदल जाता है।
मॉश्चराइजर हटाइए : किसी हार्डवेयर या केमिस्ट की दुकान से एक जल सोख्ता लें। इसके लिए आप सुखाए हुए फोन को सिलिका पैक में कम से कम दो दिन के लिए रख दें। बिना बना हुआ चावल पानी सोखने का सबसे बेहतरीन तरीका है। एक कंटेनर में चावल भरिए और अपने फोन को एक रात या दिन के लिए इसमें रख दीजिए। ध्यान रहे कि फोन को सुखाने के लिए सीधे-सीधे सूरज की रोशनी में न रखें।
पूरा सुखने के बाद ही करें रिस्टार्ट : फोन को पूरा सुखने के बाद ही उसमें बैटरी और सिम डालकर उसे दोबारा रिस्टार्ट करें। अगर स्क्रीन पर लाइनें आ रही हैं, बटन क्लिक नहीं कर रहे या फिर फोन चालू नहीं हो रहा तो इसे किसी एक्सपर्ट के पास ले जाइए।