एप्पल का इरादा था कि आईओएस 14 अपने आप निगरानी को बंद कर देगा, लेकिन कंपनी ने अब कहा है कि इस टूल को अगले साल की शुरुआत तक रोककर रखा जाएगा। ये सुरक्षा उपाए आईपैड और एप्पल टीवी के अगले ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए भी किए जाने थे।
इस फीचर का इस्तेमाल करने पर ऐप को उपयोगकर्ता के आंकड़ों को जमा करने और शेयर करने से पहले उसकी अनुमति लेनी जरूरी होगी। यह आशंका जताई गई थी कि ज्यादातर लोग निगरानी को बंद कर देंगे, जिससे मुफ्त ऐप्स के लिए अपने विज्ञापनों को बेचना मुश्किल हो जाएगा, जिनसे उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा आता है।
गूगल के बाद डिजिटल विज्ञापन का सबसे बड़ा नेटवर्क चलाने वाले फेसबुक ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि आईओएस 14 में नई गोपनीयता सुविधा के चलते कई ऐप को बड़ा झटका लग सकता है, जो पहले ही कोरोना वायरस के कारण मंदी का सामना कर रहे हैं।
एप्पल ने हालांकि कहा है कि वह अपने निगरानीरोधी टूल को स्थगित कर रहा है, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि वह ग्राहकों की गोपनीयता के मौलिक अधिकार को संरक्षित करने से पीछे हट रही है। कंपनी ने कहा कि वह डेवलपर्स को समय देना चाहती है, ताकि वे जरूरी बदलाव कर सकें। (भाषा)