अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक स्मार्टफोन को भले ही पूरी तरह डिस्क एनक्रिप्शन के जरिए सुरक्षित किया गया हो, उसके बावजूद ऐसे डाटा हासिल किए जा सकते हैं। एंड्रॉयड पर चलने वाले अधिकांश स्मार्टफोन में यूजर डाटा,जिसमें एक्सेस टोकेन, मैसेज, इमेज और अन्य सामग्री डीलीट करने का विकल्प नहीं होता। टेक्निकल एक्सपर्ट भी अब तक इसे लेकर चिंता जताते रहे हैं कि स्मार्टफोन से यूजर डाटा डीलीट करना बेहद कठिन होता है।