डीबीएस की वरिष्ठ अर्थशास्त्री राधिका राव द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 के लिए किए गए व्यापार आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार इसके बावजूद देश की कुल सेवा निर्यात में हिस्सेदारी लगभग 4 प्रतिशत पर ही बनी हुई है और मजबूत सेवा व्यापार प्रदर्शन इस वर्ष भुगतान संतुलन में सुधार लाएगा। इसे जिंसों की कीमतों में गिरावट से भी मदद मिल रही है।
डीबीएस विश्लेषण के अनुसार वैश्विक व्यापार में कम्प्यूटर सेवाओं के निर्यात में देश की हिस्सेदारी महत्वपूर्ण 10-11 प्रतिशत है जबकि वर्ष 2022 में कुल सेवा निर्यात की हिस्सेदारी केवल 4 प्रतिशत है। जब सॉफ्टवेयर निर्यात की बात आती है तो इसमें 55.5 प्रतिशत अमेरिका को जाता है, उसके बाद यूरोप को जाता है और जिसमें से लगभग आधा भाग इंग्लैंड जाता है। देश का सेवा निर्यात 2022-23 में 320 अरब डॉलर की नई ऊंचाई पर रहा, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 255 अरब डॉलर था। कुल निर्यात 2022-23 में 13.84 प्रतिशत बढ़कर 770.18 अरब डॉलर रहा।(भाषा)