शोधकर्ताओं ने बताया कि इस प्रणाली का नाम है सावी यानी सिंथेटिक अपर्चर्स फॉर लांग रेंज, सबडिफ्रेक्शन लिमिटेड विजीबल इमेजिंग और इसमें दूर की वस्तुओं की तस्वीरें लेने के लिए लांग लैंस की जरूरत नहीं होगी। शोधकर्ताओं में अमेरिका की राइस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता भी शामिल हैं, उन्होंने इस उपकरण का निर्माण और परीक्षण किया है। इस किस्म का कैमरा लेजर जैसे चमकीले स्रोतों की मदद से काम करता है। यह शोध जर्नल साइंस एडवांसेस में प्रकाशित हुआ। (भाषा)