इससे पहले, मार्च में पेशावर उच्च न्यायालय ने कई नागरिकों की याचिका पर इस ऐप को निलंबित कर दिया था। हालांकि कुछ हफ्तों बाद पाबंदी हटाते हुए अदालत ने पीटीए से कहा था कि वह ऐसे कदम उठाए जिनके चलते कोई अनैतिक सामग्री अपलोड न की जा सके। पीटीए ने पिछले वर्ष अक्टूबर में टिकटॉक पर पहली बार पाबंदी लगाई थी। ऐप के खिलाफ अश्लील एवं अनैतिक सामग्री दिखाने का आरोप था। लेकिन यह पाबंदी भी दस दिन के बाद हटा ली गई थी।