राय ने कहा, 'हम देश में मौजूद सारे फीचर फोन को स्मार्टफोन से बदलने की योजना पर काम कर रहे हैं। यह देश में न सिर्फ उस सिरे से बदलाव लायेगा बल्कि यह ऐप पारिस्थितिकि तंत्र और मौलिक सॉफ्टवेयर के बीच भेज को भी सुनिश्चित करेगा।'
साहनी ने कहा कि इतनी ही बड़ी चुनौती (फीचर फोन के बदले स्मार्टफोन) मोबाइल फोन के सॉफ्टवेयर वाले हिस्से मसलन ऑपरेटिंग सिस्टम और रोजाना इस्तेमाल होने वाली ऐप को लेकर भी है। हमारे पास नई ऐप बनाने की योग्यता है। उन्होंने कहा कि उद्योग को सॉफ्टवेयर विकसित करने पर भी ध्यान देना चाहिए जिसमें भारतीय डीएनए हो।