ऑनलाइन गेम में गंवाए 28 लाख, कर्जा चुकाने अब किडनी बेचने को तैयार

सुरेश एस डुग्गर
शुक्रवार, 9 अगस्त 2024 (11:34 IST)
28 lakhs lost in online game: कश्‍मीर वादी के कुपवाड़ा जिले में एक दुखद घटना में एक स्थानीय व्यक्ति ने ऑनलाइन गेमिंग (online gaming) के कारण लगभग 28 लाख गंवा दिए जिससे वह इतनी आर्थिक तंगी में आ गया कि अब वह अपने कर्ज को चुकाने के लिए अपनी किडनी (kidney) बेचने तक पर विचार कर रहा है।
 
नाम न बताने की शर्त पर इस व्‍यक्ति ने एक स्‍थानीय समाचार पत्र से बात करते हुए खुलासा किया कि वह एक समय में एक सफल दुकान चलाता था और अपने परिवार का भरण-पोषण आराम से कर पाता था। हालांकि ऑनलाइन गेमिंग की खोज के बाद उसके जीवन में एक दुखद मोड़ आया। शुरुआत में उसे कुछ सफलता मिली, लेकिन जल्द ही उसकी लत ने उसे 28 लाख रुपए बर्बाद करने पर मजबूर कर दिया।

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यह मामला एक बढ़ती हुई समस्या को उजागर करता है, क्योंकि अधिक से अधिक लोग ऑनलाइन गेमिंग के लालच में फंस रहे हैं। एक साइबर पुलिस अधिकारी ने चेतावनी दी कि ये गेम अक्सर जल्दी पैसे कमाने का वादा करते हैं, लेकिन गंभीर वित्तीय नुकसान का कारण बनते हैं। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है और उन्होंने माता-पिता से मोबाइल फोन पर अपने बच्चों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने का आग्रह किया।
 
जब पूछा गया कि साइबर पुलिस को ऐसे कितने मामले रिपोर्ट किए गए हैं तो कार्यालय ने कहा कि लोग आमतौर पर अन्य प्रकार के साइबर अपराधों की रिपोर्ट करते हैं और गेमिंग से होने वाले नुकसान की रिपोर्ट नहीं करते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि पैसे उनकी अपनी गलतियों के कारण खो गए हैं।

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कुपवाड़ा के एक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता नूर शाहबाज ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग के खतरों के बारे में व्यापक शिक्षा का आह्वान किया और इसकी तुलना नशीली दवाओं की लत के विनाशकारी प्रभाव से की।
 
शाहबाज ने स्कूलों, पुलिस और प्रशासन से इस बढ़ते खतरे से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कई लोगों ने शुरुआती जीत के रोमांच और महत्वपूर्ण नुकसान की पीड़ा दोनों का अनुभव किया है। 
शाहबाज ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ता चलन और परिवारों पर इसके हानिकारक प्रभाव कश्मीर घाटी में भावी पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए तत्काल सामुदायिक और संस्थागत हस्तक्षेप की मांग करते हैं।
 
 
छात्र दानिश फैयाज ने कहा कि कश्मीर घाटी में अधिकांश लोग ऑनलाइन गेमिंग में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कैसे हाल ही में एक दोस्त इस जाल में फंस गया और कुछ ही समय में हजारों रुपए गंवा दिए। फैयाज ने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता को अपने बच्चों की मोबाइल फोन पर गतिविधियों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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