सदन की कार्यवाही स्थगित होने के तुरंत बाद मलिक, मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ अपनी टिप्पणी को लेकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) कार्यकर्ताओं के साथ बहस में उलझ गए। सईद के खिलाफ कथित अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर पीडीपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें आड़े हाथ लिया। विधानसभा की सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों ने आप विधायक और पीडीपी कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई को टाल दिया।
इसके बाद मलिक ने विधानसभा परिसर के अंदर पीडीपी कार्यकर्ताओं को घुसने देने के लिए सुरक्षा कर्मियों पर निशाना साधा। मलिक ने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि पुलिस अधीक्षक को मुझ पर हमला करने वाले पीडीपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने जो भी कहा, मैं उससे पीछे नहीं हटूंगा। वह (सईद) मेरे लिए गद्दार हैं।
इसके तुरंत बाद मलिक ने भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ कुछ टिप्पणी की, जिससे मौके पर मौजूद भाजपा विधायक आक्रोशित हो गए। विक्रम रंधावा और युद्धवीर सेठी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने आप विधायक से हाथापाई की। इस हाथापाई के दौरान मलिक एक मेज पर गिर गए जो टूट गई। इसी दौरान मलिक के साथ झगड़े में एक भाजपा विधायक की कमीज फट गई। इसके बाद मलिक को वांच एंड वार्ड कर्मी सदन में ले गए, उनके साथ नेशनल कांफ्रेंस के सदस्य भी थे।
जब उन्हें सदन में ले जाया जा रहा था, तो भाजपा सदस्यों ने फिर से उन्हें घेरने की कोशिश की, लेकिन नेशनल कांफ्रेंस के कुछ सदस्यों के हस्तक्षेप के बाद उन्हें रोक लिया गया।
मलिक ने सदन में नेशनल कांफ्रेंस सदस्यों से कहा कि मैं एसपी, सुरक्षा के खिलाफ कार्रवाई चाहता हूं। मैं पीडीपी के लोगों की गिरफ्तारी चाहता हूं। पीडीपी और भाजपा मेरे खिलाफ इस युद्ध में एक साथ हैं। मुझे किसी का समर्थन नहीं चाहिए। मैं सदन में बैठूंगा और स्पीकर से जवाब मांगूंगा। (भाषा)