Hanuman janmotsav 2023: कुछ विद्वानों के अनुसार हनुमानजी का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन हुआ था और कुछ के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हुआ था। इसके अलावा तमिलनाडु और केरल में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष माह की अमावस्या को तथा उड़ीसा में वैशाख महीने के पहले दिन मनाई जाती है। जो भी हो लेकिन इन सभी तिथि पर यदि आप निम्नलिखित 5 उपाय करेंगे तो आप पर हनुमानजी की कृपा बरसने लगेगी और सभी बिगड़े कार्य पूर्ण हो जाएंगे।
1. चोला चढ़ाएं : जब आप घोर संकट में फंसे हो तो मंगलवार, शनिवार या हनुमान जन्मोत्सव पर उन्हें चोला चढ़ाएं। चोला चढ़ाते रहने से व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार का संकट नहीं आता और अगर कोई संकट है तो वह मिट जाता है। जो व्यक्ति चोला चढ़ाता रहता है उसके जीवन में भूत-पिशाच, शनि और ग्रह बाधा, रोग और शोक, कोर्ट-कचहरी-जेल बंधन, मारण-सम्मोहन-उच्चाटन, घटना-दुर्घटना, कर्ज, तनाव या चिंता जैसे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं रहती है।
2. पान का बीड़ा : आपने सुनी होगी एक प्रचलित लोकोक्ति 'बीड़ा उठाना'। इसका अर्थ होता है- कोई महत्वपूर्ण या जोखिम भरा काम करने का उत्तरदायित्व अपने ऊपर लेना। यदि आपके जीवन में ऐसा काम है जिसे करना आपके बस का नहीं है, तो आप अपनी जिम्मेदारी हनुमानजी को सौंप दें। इसके लिए आप मंगलवार या हनुमान जन्मोत्सव के दिन किसी मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद उन्हें पान का बीड़ा अर्पित करें। आपका काम हो जाएगा।
4. ध्वज चढ़ाना : किसी कार्य में सफलता प्राप्ति हेतु या युद्ध में विजय हेतु हनुमानजी को यूं तो लाल या केसरिया ध्वज या झंडा चढ़ाया जाता है। लेकिन यदि मंदिर में झंडा चढ़ाएंगे तो आपका मान-सम्मान बढ़ता जाएगा और हर कार्य में तरक्की मिलेगी। यह झंडा त्रिकोणीय होना चाहिए और उस पर 'राम' लिखा होना चाहिए। इससे हर तरह की संपत्ति संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। हनुमान मंदिर में ध्वजा दान करने पर सर्व कामनाएं पूर्ण होती हैं।
5. राम नाम चढ़ाएं : हनुमानजी को 'राम' का नाम बहुत प्रिय है। भगवान श्रीराम की पूजा करने से हनुमानजी बहुत प्रसन्न होते हैं। पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल और सिन्दूर से 'राम' नाम लिखें और इसे हनुमानजी को चढ़ाएं। यह कार्य करने से सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। यह भी कर सकते हैं- पीपल के 11 पत्तों पर चंदन या कुमकुम से श्रीराम का नाम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर हनुमानजी को चढ़ाएं।