Hanuman chalisa path: कई लोग नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं उनमें से कई लोग पाठ करते वक्त कुछ ऐसी गलतियां करते हैं जिसके चलते हो सकता है कि उन्हें पाठ करने का फल नहीं मिलता हो या हनुमानजी की कृपा का अहसास नहीं प्राप्त हो रहा हो। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि पाठ करते वक्त आपसे कौनसी गलतियां हो रही है।ALSO READ: जय श्री हनुमान चालीसा | Shree Hanuman Chalisa Hindi
1. प्रारंभिक दोहा: कई लोग पाठ तो करते हैं लेकिन उसके दोहे नहीं पढ़ते हैं जो हनुमान चालीसा का ही अंग है। दोहा है- श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि बरनऊं रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।
2. पवित्रता: हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान ब्रह्मचर्य, पवित्रता, शुद्धता, साफ-सफाई का ध्यान कई लोग नहीं रखते हैं। कई लोग यह गलती करते हैं। गंदे या अशुद्ध कपड़े पहनकर पाठ करना, या बिना स्नान किए पढ़ना सही नहीं है। बिस्तर पर बैठे-बैठे या शौचालय के पास जैसे स्थानों पर पाठ नहीं करना चाहिए।
3. अशुद्ध उच्चारण: कई लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते वक्त अशुद्ध उच्चारण करते हैं। वे दोहे और चौपाई का उच्चारण गलत-सलत करते हैं। जैसे कई लोग बरनऊं को बरनौं पढ़ते हैं।पहले सही उच्चारण सीखें। अगर आवश्यक हो तो ऑडियो/वीडियो से अभ्यास करें।ALSO READ: हनुमान जयंती 2025: हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ पढ़ने का सही तरीका जानिए
4. खुद के नाम का उच्चारण: बहुत से लोग जहां पर लिखा है कि 'तुलसीदास सदा हरि चेरा कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।' यहां तुलसीदास के ही नाम का उच्चारण करते हैं जबकि उन्हें खुद के नाम का उच्चारण करना चाहिए।
5. एकाग्रता: कई लोग पाठ करते वक्त इधर-उधर ध्यान रखते हैं यानि पाठ पर एकाग्र नहीं रहते हैं। जबकि हनुमान चालीसा में लिखा है मन क्रम बचन ध्यान जो लावै, संकट तें हनुमान छुड़ावै।
6. जल्दबाजी: कई लोग जल्दबाजी में हनुमान चालीसा पढ़कर उसे तुरंत ही खत्म करना चाहते हैं। इसका अर्थ है कि उनका इंटरेस्ट नहीं है इसे पढ़ने में और वे बस औपचारिकता निभाना चाहते हैं। शांत मन से और पूर्ण श्रद्धा एवं धैर्य के साथ पाठ करना चाहिए।ALSO READ: 1000 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होगा?
7. भक्ति की भावना का अभाव: केवल नियम निभाने के लिए पाठ करना, बिना भक्ति या भावना के, यह सबसे बड़ी गलती है। कई लोग हनुमान चालीसा का पाठ तब करते हैं जबकि उनके ऊपर कोई संकट आता है। कहते हैं कि दुःख में सुमिरन सब करे सुख में करै न कोय। जो सुख में सुमिरन करें तो दुख काहे को होऊ। दूसरा यह कि हनुमानजी पर भरोसा रखना जरूरी है। और देवता चित्त ना धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई। कई लोग धैर्य नहीं रखते हैं और दूसरे देवता का पाठ करने लग जाते हैं। इसलिए सच्चे दिल और श्रद्धा से हनुमान जी का स्मरण करते हुए पाठ करें।
8. नियत समय का पालन न करना: कई लोग जब मन में आया तप पाठ कर लेते हैं और कई कई दिनों तक नहीं भी करते हैं। कभी भी, किसी भी समय बेतरतीब पाठ करना सही नहीं माना जाता है। सुबह या शाम का समय श्रेष्ठ माना जाता है। नियमित समय तय करें।
9. पाठ के बीच बोलचाल या मोबाइल का प्रयोग: कई लोग पाठ के दौरान मोबाइल देखना या किसी से बातचीत करना जारी रखते हैं। यह भी एक बड़ी गलती है। इसका अर्थ यह है कि आप न तो हनुमान चालीसा को गंभीरता से लेते हैं और न हनुमानजी की भक्ति को। पाठ के समय एकाग्रता बनाए रखें और बाहरी चीजों से दूरी रखें।
10. मांस-मदिरा का सेवन: पाठ के दिन या उसके पहले दिन मांस या मदिरा का सेवन न करें। रात में शराब पी हो या मांस मटन खाया हो तो सुबह पाठ करना उचित नहीं माना जा सकता। यदि आप मांसाहार हैं या शराब पीते हैं तो हनुमान चालीसा पढ़ना के लिए मंगलवार का ही चयन करें। इस दिन के एक दिन पहले और बाद में इन चीजों से दूर रहें। यानी सोमवार, मंगलवार और बुधवार को इन चीजों से दूर रहें। ALSO READ: शनिवार को 300 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से होंगे 3 बड़े चमत्कार