करवा चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा की मुख्य वजह है कि जिस दिन भगवान गणेश का सिर धड़ से अलग किया गया था उस दौरान उनका सिर सीधे चंद्रलोक चला गया था। पुरानी मान्यताओं के मुताबिक, कहा जाता है कि उनका सिर आज भी वहां मौजूद है। चूंकि गणेश को वरदान था कि हर पूजा से पहले उनकी पूजा की जाएगी इसलिए इस दिन गणेश की पूजा तो होती है साथ ही गणेश का सिर चंद्रलोक में होने की वजह से इस दिन चंद्रमा की खास पूजा की जाती है।
गौरतलब है कि इस दिन भगवान शंकर, पार्वती और कार्तिकेय की भी पूजा की जाती है। पार्वती की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि हर सौभाग्य व्रत की तरह पार्वती जी ने कठिन तपस्या कर भगवान शंकर को हासिल किया था और अखंड सौभाग्यवती का वरदान प्राप्त किया था। जिस तरह पार्वती जी को अखंड सौभाग्य का वरदान मिला था ठीक उसी तरह का सौभाग्य पाने के लिए सभी महिलाएं उपवास रखती है।
यह व्रत पति-पत्नी के लिए प्रणय निवेदन व एक-दूसरे के प्रति पूर्ण समर्पण, अपार प्रेम, त्याग व विश्वास की चेतना लेकर आता है।