यह भी देशप्रेम है

संपादक की चिट्ठ

तो 15 अगस्त आया ही समझो। परेड और पीटी की तैयारियों में लगे हुए तुम्हारे लिए इस दिन का खास महत्व है। महत्व तो सभी के लिए है। तुम कल का भविष्य हो इसलिए तुमसे देश को ज्यादा उम्मीदें हैं। उम्मीदें कोई बड़ा भारी काम करने की नहीं हैं। बस, कुछ छोटी बातें गाँठ बाँधकर रखने की हैं।

15 अगस्त देश के लिए कुछ करने का दिन है। आजादी दिलाने का काम 61 वर्ष पहले देश के नायकों ने कर दिया। तुम्हें बस इस बार की पहेली में उन्हें ठीक-ठीक पहचानना है। अब तुम्हें बिना लड़े देश को आगे ले जाना है, कैसे? बिलकुल उसी तरह जिस तरह जयकुमार ने किया। उसकी कहानी तुम चित्रकथा में पढ़ सकते हो। देश के लिए बड़ी लड़ाई लड़ने से ही नहीं, अपने काम में ईमानदार रहने से भी देशप्रेम मालूम होता है।

तुम्हें अगर प्यारे पहलवान की बात ज्यादा पसंद आती है तो फिर उसकी तरह करना। अपनी बात के लिए लड़ो मत, पर उसे बित करना हो तो पीछे हटो मत। साँच को क्या आँच। बस, इन दो बातों को याद रखते हुए मनाओ 15 अगस्त। जय हिन्द।

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