×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
ज्योतिष 2025
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र
झारखंड
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
समाचार
ज्योतिष 2025
बॉलीवुड
विधानसभा चुनाव
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
ज्योतिष
क्रिकेट
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
बाल कविता : बच्चा धर्म...
प्रभुदयाल श्रीवास्तव
ससुराल नहीं जाऊंगी मां,
मैं शाला पढ़ने जाऊंगी।
हूं अभी बहुत ही छोटी-सी,
बस बच्चा धर्म निभाऊंगी।
है उम्र अभी नन्ही-नन्ही,
मैं योग्य नहीं हूं शादी के।
बचपन की शादी का मतलब,
ये पग हैं सब बरबादी के।
मैं सबसे साफ-साफ कह दूं,
मैं दुल्हन नहीं बन पाऊंगी।
हूं अभी बहुत ही छोटी-सी,
बस बच्चा धर्म निभाऊंगी।
छोटी आयु में शादी का,
था चलन शहर और गांवों में।
मैं यह सब सुनती रहती हूं,
मां कविता और कथाओं में।
यह रीत पुरानी बंद करो,
मैं यह न दुहरा पाऊंगी।
हूं अभी बहुत ही छोटी-सी,
बस बच्चा धर्म निभाऊंगी।
बचपन के नीले अंबर में,
मुझको भी कुछ दिन उड़ने दो।
मुझको अपने अरमानों की,
सीढ़ी को चढ़ने गिनने दो।
अब किसी तरह के बंधन में,
मैं अभी नहीं बंध पाऊंगी।
हूं अभी बहुत ही छोटी-सी,
बस बच्चा धर्म निभाऊंगी।
अब मेरे पर कतरे कोई,
यह बात मुझे मंजूर नहीं।
आने वाले दिन बिटियों के,
ही होंगे वह दिन दूर नहीं।
अपनी मंजिल अपनी राहें,
मैं अपने हाथ बनाऊंगी।
हूं अभी बहुत ही छोटी-सी,
बस बच्चा धर्म निभाऊंगी।
सीता बनने की क्षमता है,
मैं सावित्री बन सकती हूं,
वीर शिवाजी, छत्रसाल-से,
महापुरुष जन सकती हूं।
पर उचित समय आने पर ही,
तो मैं यह सब कर पाऊंगी।
हूं अभी बहुत ही छोटी-सी,
बस बच्चा धर्म निभाऊंगी।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
जरुर पढ़ें
विवाह के बाद गृह प्रवेश के दौरान नई दुल्हन पैर से क्यों गिराती है चावल से भरा कलश? जानिए क्या है इस रस्म के पीछे का कारण
सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें
Easy Feetcare at Home : एल्युमिनियम फॉयल को पैरों पर लपेटने का ये नुस्खा आपको चौंका देगा
जानिए नवजोत सिद्धू के पत्नी के कैंसर फ्री होने वाले दावे पर क्या बोले डॉक्टर्स और एक्सपर्ट
Winter Fashion : सर्दियों में परफेक्ट लुक के लिए इस तरह करें ओवरसाइज्ड कपड़ों को स्टाइल
नवीनतम
बॉडी पॉलिशिंग का है मन और सैलून जाने का नहीं है टाइम तो कम खर्च में घर पर ही पाएं पार्लर जैसे रिजल्ट
मजेदार बाल गीत : गुड़िया रानी क्या खाएगी
क्या बच्चों का माथा गर्म रहना है सामान्य बात या ये है चिंता का विषय?
आपकी ये फेवरेट चीज, बच्चों के लिए है जहर से भी ख़तरनाक , तुरंत संभल जाइए वरना बच्चों को हो सकते हैं ये नुकसान ...
कितना सच है महिलाओं को लेकर आचार्य चाणक्य का ये दावा, चाणक्य नीति में मिलता है विशेष उल्लेख
ऐप में देखें
x