बाल गीत : अजब सलोना गांव

डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प'
अजब सलोना, सबसे प्यारा, 
गांव हमारा भाई।
मस्त मगन हो पक्षी नभ में, 
उड़ रहे हैं भाई।।
 
हरी घास है मखमल जैसी, 
चहुं दिशा में हरियाली।
चहक रही है डाल-डाल पर, 
कोयल काली-काली।।

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