श्वान होता है दुखी बुरे बर्ताव से

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आपके घर में अगर श्वान है तो उसका खास खयाल रखने की जरूरत है। अगर आपके श्वान को लगता है कि आप उसके साथ ठीक तरह से बर्ताव नहीं कर रहे हैं तो वह आपके साथ खेलने को तैयार नहीं होगा। वैसा ही जैसा दोस्तों के बीच होता है। आखिर श्वान भी तो हमारा दोस्त जो ठहरा। वैज्ञानिकों का कहना है कि श्वान में भी जलन की भावना होती है।

अगर आपके यहाँ दो श्वान हैं और आप किसी एक को ज्यादा प्यार करते हैं, जबकि दूसरे को ठीक से खाना नहीं देते हैं तो दूसरे का व्यवहार आपके प्रति ठीक नहीं रहेगा। फिर वो आपके माँगने पर भी अपना पंजा आगे नहीं करेगा। सारा दिन ऊँघता रहेगा और किसी भी काम में रुचि नहीं दिखाएगा। वैज्ञानिक कहते हैं कि बंदर की तरह श्वान को भी इस बात का पता रहता है कि उसके साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है और आप जैसा व्यवहार करते हो, जानवर बदले में वैसा ही व्यवहार दोहराता है।

हालाँकि यह समझने की क्षमता हर जानवर में नहीं होती कि उनके साथ कुछ गलत किया जा रहा है, पर जो समझ पाते हैं वे बता देते हैं कि उन्हें किसी बात का बुरा लगा है। बंदरों और श्वान के साथ इस तरह का प्रयोग करके देखने के बाद अब लोमड़ी के साथ इस प्रयोग को किए जाने की तैयारी है। लोमड़ी मौसी की चालाकी भी इस प्रयोग में पकड़ आ जाएगी।

यह प्रयोग बताता है कि अच्छे व्यवहार की उम्मीद हर किसी को होती है और अगर हम अच्छा करते हैं तो बदले में भी अच्छा मिलता है। जैसे अगर हम श्वान को प्यार करते हैं, उसे ठीक तरह से खाना देते हैं तो वह भी हमसे दोस्ती निभाता है।

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