लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों की मंत्री के बेटे की कार से कुचलकर मौत का मुद्दा उत्तर प्रदेश के अंदर एक बड़ा मुद्दा बन चुका है।इस मुद्दे के सहारे प्रदेश में योगी सरकार को सवालों के घेरे में विपक्षी पार्टी ने खड़ा कर लिया है लेकिन वहीं प्रदेश के अंदर कांग्रेस की तरफ से लगातार पिछले 3 दिनों से खुद प्रियंका गांधी योगी सरकार व केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साध रही हैं और आज राहुल गांधी ने भी किसानों के पक्ष में खड़े होकर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी ने भी पलटवार करते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया है और इमरजेंसी के दौरान हुए सिख विरोधी दंगे को एक बार फिर ढाल बनाकर कांग्रेस को दबाने का प्रयास किया है जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस के परिवार के युवराज को जोश आया तो वो भी पर्यटन पर निकल गए।
शायद युवराज उस समय बहुत छोटे रहे होंगे, जब इमरजेंसी व सिख विरोधी दंगों में सबसे बड़ा नरसंहार किया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी यह भूल गए हैं कि सिख विरोधी दंगे कांग्रेस के शासनकाल में हुए थे और भाजपा उस पीड़ित समुदाय के साथ खड़ी थी।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार के उस संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ अभियान चलाया, जिसका सबसे ज्यादा फायदा अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आने वाले सिखों को मिलना था।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के निर्वाचन क्षेत्र में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे किसानों में ज्यादातर सिख समुदाय के ही थे।
इस दौरान मंत्री के बेटे की गाड़ी से बड़ा हादसा हो गया था और प्रदर्शन कर रहे कई किसानों की जान चली गई थी, जिसके बाद से लगातार कांग्रेस के कार्यकर्ता व खुद प्रियंका गांधी बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थीं।