सूर्य के सबसे निकटतम ग्रह है बुध। वैज्ञानिकों का मत है कि आकाश मंडल में असंख्य तारों व ग्रहों की तरह ही बुध भी एक ग्रह है, जो सूर्य के अति निकट है और इसकी स्थिति ईशान कोण में बताई जाती है।
लाल किताब के अनुसार कुंडली में बुध के दोषपूर्ण या खराब होने की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया गया है। यहां जानिए संक्षिप्त जानकारी।
कैसे होता बुध खराब? :
* गणेश और दुर्गा माता का अपमान करना।
* बहन, बुआ और मौसी से संबंध खराब करना।
* बेइमानी करना, धोखा देना।
* ढोंगी संतों के चक्कर काटना।
* झूठे देवी-देवताओं की पूजा करना
* रात्रि के क्रियाकांड करना।
* तम्बाकू, शराब का सेवन करना।
* केतु और मंगल के साथ मंदा फल।
* शत्रु ग्रहों से ग्रसित बुध का फल मंदा ही रहता है।
शुभ :
बहन, मौसी और बुआ की स्थिति ठीक रहती है। सुंदर देह वाला ऐसा व्यक्ति ज्ञानी और चतुर होता है। सोच-समझकर बोलता है। उसकी बातों का असर होता है। ईमानदारी छोड़ दे, तो शुभ प्रभाव छोड़ देता है। सूंघने की शक्ति गजब की होती है। व्यापार और नौकरी में किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं आती है।
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कैसे पहचानें कि बुध खराब है... * तुतलाहट। *सूंघने की शक्ति क्षीण हो जाती है। *समय पूर्व ही दांतों का खराब होना। *मित्र से संबंधों का बिगड़ना। *अशुभ हो तो बहन, बुआ और मौसी पर विपत्ति आना। *नौकरी या व्यापार में नुकसान होना। *संभोग की शक्ति क्षीण होना। *व्यर्थ की बदनामी होती है। *हमेशा घूमते रहना, ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में। *कोने का अकेला मकान जिसके आसपास किसी का मकान न हो।
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बुध की बीमारी :
* गुप्त रोग हो सकता है। * नाखून और बाल कमजोर हो जाते हैं। * पाचन क्षमता पर असर पड़ता है। * सूंघने की शक्ति क्षीण हो जाती है। * दांत कमजोर हो जाते हैं। * व्यक्ति की वाक् क्षमता भी जाती रहती है।
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कैसे बनाएं बुध को सुख और समृद्धि देने वाला
* गणेश और मां दुर्गा की उपासना करें। * नाक छिदवाएं। * बेटी, बहन, बुआ और साली से अच्छे संबंध रखें। * बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना। * साबुत हरे मूंग का दान करना। * कभी भी झूठ न बोलें। * गाय को प्रतिदिन रोटी खिलाएं। * काले कुत्ते को इमरती खिलाएं। * तांबे की प्लेट में छेद करके बहते पानी में बहाएं। * अपने भोजन में से एक हिस्सा गाय को, एक हिस्सा कुत्तों को और एक हिस्सा कौवे को दें। * अपने हाथ से गाय को हरा चारा, हरा साग खिलाएं। * उड़द की दाल का सेवन करें व दान करें। * बालिकाओं को भोजन कराएं। * किन्नरों को हरी साड़ी, सुहाग सामग्री दान देने से लाभ मिलेगा। * 'ॐ बुं बुद्धाय नमः' का 108 बार नित्य जाप करें अथवा गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। * पन्ना धारण करें।
नोट : इनमें से कुछ उपाय विपरीत फल देने वाले भी हो सकते हैं। कुंडली की पूरी जांच किए बगैर उपाय नहीं करना चाहिए। किसी लाल किताब के विशेषज्ञ को कुंडली दिखाकर ही ये उपाय करें। - AJ