कैसा होगा जातक : यह एक समुद्र है। यह घड़ा भर मोती के समान है। पढ़ाई का पूरा-पूरा लाभ। ऐसा दानशिल व्यक्ति दुसरों का रक्षक होता है। नौवां घर बृहस्पति का है जहां स्थित चंद्रमा उसका परममित्र है। इसलिए जातक इन दोनों ही ग्रहों से मिलने वाले लाभ प्राप्त करता है और उसा व्यक्तित्व भी वैसा ही होता है। मतबल ज्ञानी, कोमल हृदय, धार्मिक, सुविधा सम्पन्न। उसकी आयु कम से कम 75 तक तो रहती ही है, यदि खानपान उत्तम रखे तो 90 तक जीवित रह सकता है। चंद्र नौ के दौरान पाचवें घर में स्थित शुभ ग्रह संतान सुख में वृद्धि करता है। तीसरे भाव में स्थित मित्र ग्रह पैसे और धन में काफी वृद्धि करता है।