धन, ऐश्वर्य, कला, संगीत और सुख सुविधाओं को प्रदान करने वाला ग्रह शुक्र यदि कुंडली में नीच का होकर बैठा है या शत्रु ग्रहों के संयोग से मंदा हो रहा है तो यह कई तरह के रोग उत्पन्न कर सकता है। यह गुर्दे, अंतड़ियां, त्वचा, पांव के रोग के साथ ही कामेच्छा को समाप्त कर देता है। यह नसें कमजोर कर देता है। विवाह होने में या वैवाहिक जीवन में यह रुकावटें पैदा करता है।
नहाने से पहले पानी में मिला दें ये 2 चीजें :
शुक्र को शुभ करने के वैसे तो कई उपाय है परंतु नहाने के पानी में मात्र दो चीजें मिलाकर आप स्नान करेंगे तो शुक्र का प्रभाव कुछ हद तक हो जाएगा। इसके लिए आप एक तो थोड़ी सी फिटकरी मिला दें और चार बूंद किसी सुगंधित इत्र की डाल दें। इसी पानी से प्रतिदिन स्नान करने से कुछ ही समय में शुक्र का दोष दूर हो जाएगा।
शुक्र को शुभ बनाने के तरीके :
लक्ष्मी की उपासना करें। शुक्रवार का व्रत रखें। खटाई न खाएं।
स्त्री का सम्मान करें, पत्नी को खुश रखें। पराई स्त्री से संबंध न रखें।
गृह कलह छोड़कर परिवार के सदस्यों के साथ प्यार से रहें।
घर को वास्तु अनुसार ठीक रखें।
सफेद वस्त्र दान करें।
भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें।
दो मोती लेकर एक पानी में बहा दें और एक जिंदगीभर अपने पास रखें।
स्वयं को और घर को साफ-सुथरा रखें और हमेशा साफ कपड़े पहनें। नित्य नहाएं। शरीर को जरा भी गंदा न रखें।
सुगंधित इत्र या सेंट का उपयोग करें। पवित्र बने रहें।