क्या दूरसंचार क्षेत्र में उतरेंगे बड़े अंबानी?

शुक्रवार, 28 मई 2010 (19:48 IST)
अपने छोटे भाई अनिल अंबानी के साथ सुलह का संकेत देने के कुछ दिन बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील मित्तल से मुलाकात की।

बताया जाता है कि यह बैठक 26 मई को हुई। उसी दिन मुकेश अंबानी प्रधानमंत्री की व्यापार एवं उद्योग परिषद की बैठक में भाग लेने दिल्ली आए थे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रवक्ता ने न तो बैठक और न ही बैठक में हुई बातचीत के बारे में टिप्पणी की। हालाँकि एक सूत्र का कहना है कि सीआईआई के अध्यक्ष हरि एस. भरतिया भी इस बैठक के दौरान मौजूद थे।

अंबानी भाइयों ने 2006 में किए गए गैर प्रतिस्पर्धी करार को खत्म करने का 23 मई को फैसला किया, लेकिन उन्होंने यह भी तय किया कि मुकेश 2022 तक गैस आधारित बिजली संयंत्रों से दूर रहेंगे। उस दिन दोनों समूहों ने उच्चतम न्यायालय के सात मई के आदेशानुसार गैस आपूर्ति करार पर बातचीत की गति को तेज करने पर भी सहमति जताई थी।

इस तरह की अटकलें हैं कि मुकेश अंबानी जल्द दूरसंचार क्षेत्र में उतर सकते हैं। सूत्रों ने ने संकेत दिया है कि वे किसी भारतीय कंपनी, खासकर ऐसी कंपनी जिसे 2008 में लाइसेंस मिला था, में हिस्सेदारी खरीद सकते हैं।

सूत्रों ने बताया कि मुकेश वीडियोकॉन जैसी नई लाइसेंस धारक के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। वीडियोकॉन के पास अखिल भारतीय लाइसेंस है और वह सेवाओं को पेश करने के लिए किसी भागीदार की तलाश कर रही है।

मुकेश ने अविभाजित रिलायंस साम्राज्य में दूरसंचार कारोबार (रिलायंस इन्फोकॉम ब्रांडनाम से) स्थापित करने की तैयारी की थी। पर जून, 2005 में रिलायंस के विभाजन के बाद यह कारोबार छोटे भाई अनिल के हिस्से में चला गया। बाद में अनिल ने दूरसंचार उपक्रम को रिलायंस कम्युनिकेशंस का नया नाम दे दिया। (भाषा)

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