न्यायमूर्ति रेवती मोहिते-डेरे और न्यायमूर्ति नीला गोखले की पीठ ने बैंक के आठ नवंबर, 2024 के आदेश के खिलाफ अंबानी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया। फैसले में कहा गया है कि बैंक की कार्रवाई धोखाधड़ी वाले खातों पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी 'मास्टर सर्कुलर' का उल्लंघन है। यह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी उल्लंघन है।