वर्ल्ड साइकल डे पर Atlas ने साहिबाबाद में अपना आखिरी प्लांट बंद कर दिया। जिन लोगों ने अपने जीवन में साइकल चलाई है, उनके लिए Atlas एक पहचाना नाम है। बुधवार को वर्ल्ड साइकल डे साइकल बनाने वाली बड़ी कंपनी एटलस ने साहिबाबाद में साइट-4 स्थित अपनी फैक्टरी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी। आज के युवाओं ने भी बचपन में Atlas की सवारी जरूर की होगी। Atlas की यह फैक्टरी बंद होने के बाद हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। साहिबाबाद की यह फैक्टरी एटलस की सबसे बड़ी और आखिरी फैक्टरी थी। इसमें उत्पादन बंद होने से अब देश में एटलस साइकल का निर्माण बंद हो गया है।
1951 में हुई थी कंपनी की स्थापना : 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद कराची से भारत आए जानकी दास कपूर ने एटलस साइकल कंपनी की स्थापना 1951 में की थी। कंपनी का साहिबाबाद स्थित यह प्लांट आखिरी था। इससे पहले कंपनी मध्यप्रदेश के मालनपुर और हरियाणा के सोनीपत के प्लांट भी बंद चुके हैं। खबरों के अनुसार इस फैक्टरी में सबसे ज्यादा उत्पादन होता था। कंपनी यहां हर साल लगभग 40 लाख साइकल बनाती थी।
प्रियंका ने साधा निशाना : देश की सबसे बड़ी साइकिल बनाने वाली कंपनी एटलस की फैक्टरी बंद होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका ने ट्वीट करते हुए लिखा कि विश्व साइकल दिवस के मौके पर साइकल कंपनी एटलस की गाजियाबाद फैक्टरी बंद हो गई। 1000 से ज्यादा लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए। सरकार के प्रचार में तो सुन लिया कि इतने का पैकेज, इतने एमओयू, इतने रोजगार, लेकिन असल में तो रोजगार खत्म हो रहे हैं, फैक्टरियां बंद हो रही हैं। उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि लोगों की नौकरियां बचाने के लिए सरकार को अपनी नीतियां और योजना स्पष्ट करनी पड़ेगी।'
मायावती ने कहा सरकार करे मदद : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने एटलस साइकल का कारखाना बंद होने को लेकर कर्मचारियों के समर्थन में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'ऐसे समय जबकि लॉकडाउन के कारण बंद पड़े उद्योगों को खोलने के लिए आर्थिक पैकेज आदि सरकारी मदद देने की बात की जा रही है, वहीं उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद स्थित एटलस जैसी प्रमुख साइकल फैक्टरी के धन अभाव में बंद होने की खबर चिंताओं को बढ़ाने वाली है। सरकार तुरंत ध्यान दे तो बेहतर है।