नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने देश में 5जी और इंटरनेट से जुड़ी प्रौद्योगिकियों को शुरू करने के लिए जापान की सॉफ्टबैंक और एनटीटी कम्युनिकेशंस के साथ करार किया है।
बीएसएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने एक साक्षात्कार में कहा कि हमने भारत में 5जी सेवाओं की शुरुआत और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के संबंध में सॉफ्टबैंक और एनटीटी कम्युनिकेशंस के साथ करार किया है। इस समझौते के तहत हम 'समाधान स्मार्ट शहरों के लिए' तलाशेंगे।
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल के अधिकतर प्रतिद्वंद्वी अब भी अपनी 4जी सेवाओं के जरिए ही रुपए कमाना चाह रहे हैं इसलिए अग्रणी कंपनियां 5जी की शुरुआत के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी की ओर देख रही हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि हमें हमारे मंत्री (मनोज सिन्हा) की ओर से की गई पहल का लाभ हुआ है। उन्होंने 5जी के लिए वैश्विक स्तर पर कई बैठकें की हैं। हमने उन अवसरों को भुनाते हुए अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के लिए करार किया है।
दूरसंचार मंत्री सिन्हा ने कहा है कि भारत में अन्य प्रमुख देशों के साथ ही 5जी सेवाओं की शुरुआत होगी। श्रीवास्तव ने कहा कि विदेशी बाजार में 3जी सेवाओं की शुरुआत के 7 साल बाद यह भारत में शुरू हो सका था। 4जी सेवाएं भी 4 साल की देरी से शुरू हुईं लेकिन भारत में 5जी सेवाओं की शुरुआत आईटीयू द्वारा मानक तय किए जाने के साथ ही 2020 में होगी।
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल इस बात पर गौर कर रहा है कि देश में किन क्षेत्रों में 5जी का इस्तेमाल किया जा सकता है। सॉफ्टबैंक के साथ करार के तहत बीएसएनएल जापानी कंपनी के उपग्रहों का इस्तेमाल तेज गति की इंटरनेट सेवाओं को पहुंचाने के लिए करेगा। बीएसएनएल ने 5जी तंत्र विकसित करने के लिए नोकिया और सिस्को के साथ भी करार किया है।