भारी विरोध : देश भर के कपड़ा व्यापारी कपड़ों पर जीएसटी की दर बढ़ाने का व्यापारी जमकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री पहले से रॉ मटीरियल्स की शॉर्टेज और हाई कॉस्ट से जूझ रही है। ऐसे में जीएसटी की दर बढ़ाने का फैसला सही नहीं है। इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अक्षय जैन का कहना है कि रोटी, कपड़ा और मकान आम आदमी के जीवन में अहम होता है। कपड़ों पर जीएसटी की दर बढ़ाने से महंगाई चरम पर पहुंचेगी।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 उपभोक्ताओं के लिहाज से खराब रहा है। खाद्य तेल, ईंधन और कई अन्य जिंसों की बढ़ती कीमतों की वजह से इस वर्ष उपभोक्ताओं की जेब पर बहुत भार पड़ा। सब्जी-फल, दाल एवं अन्य वस्तुओं की कीमतें कच्चा माल महंगा होने के कारण बढ़ गईं। बढ़ती कीमतों के अलावा लोगों को आय, रोजगार में कमी और कारोबार में नुकसान का सामना करना पड़ा।