शेयर बाजार में भूचाल से नहीं डरें MUTUAL FUND निवेशक, जानिए 6 खास बातें...

लगातार गिर रहे रुपए और कुछ अन्य कारणों से शेयर बाजार में भूचाल देखा जा रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में ही भारी गिरावट देखी जा रही है। बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों के साथ ही म्यूचुअल फंड के माध्यम से इसमें पैसा लगाने वालों के चेहरे भी डरे हुए से दिखाई दे रहे हैं। इस स्थिति में म्यूचुअल फंड में लांग टर्म निवेश करने वाले लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार यह केवल एक दौर है जो निकल जाएगा साथ ही फायदा भी देकर जाएगा। आइए जानते हैं कुछ खास बातें जो आपके बेहद काम की है...
 
घबराएं नहीं, संयम से काम लें : म्यूचुअल फंड के माध्यम से शेयर बाजार में लांगटर्म निवेश करने वाले लोगों को इस स्थिति में घबराना नहीं चाहिए, बल्कि संयम से काम लेना चाहिए। म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट रमाकांत मुजावदिया के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि म्यूचुअल फंड में जो जोखिम होता है, वह संयम का होता है। आप इस स्थिति में विचलित नहीं हों। गिरावट का समय निवेश का होता है। 2-3 साल में आपको इसका फायदा मिलेगा।  
 
शॉर्ट टर्म इंपेक्ट, निवेशक को फायदा : बाजार में आ रही गिरावट अस्थायी है। हो सकता है इसे संभलने में कुछ माह भी लग जाएं, लेकिन लांग टर्म में निवेशकों को इसका फायदा ही होगा। यह याद रखें कि आपने बाजार में लंबे समय के लिए निवेश किया है। यहां उतार-चढ़ाव तो आते रहते हैं पर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री हर बार इस स्थिति से उबरी है और निवेशकों को फायदा ही हुआ है। 
 
हर डाउनफाल के बाद तेजी आती है : बाजार का नियम है कि हर गिरावट के बाद तेजी आती है। शेयर बाजार के दिन भी एक बार फिर फिरेंगे। ऐसे में इस समय आप जो भी धन फंड में लगाएंगे। उससे कम एनएवी में ज्यादा यूनिट्स मिलेंगी। इस तरह इस समय बाजार में निवेश करने वालों को ज्यादा फायदा होगा। बाजार बढ़ने की स्थिति में उनके फंड की वेल्यू भी तेजी से बढ़ेगी। 
 
अनुमान से ज्यादा प्लानिंग का महत्व : म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए अनुमान से ज्यादा प्लानिंग जरूरी है। अगर आप सही प्लानिंग के साथ बाजार में निवेश करते हैं तो आपको फायदा ही होगा। चाहें आप सीधे इक्विटी में निवेश करें या म्यूचुअल फंड के माध्यम से, यह बात जरूर ध्यान रखें कि बाजार में किसी भी स्थिति में पैसा उधार लेकर नहीं लगाया जाना चाहिए। 
 
फंड मैनेजर : म्यूचुअल फंडों के फंड मैनेजर बहुत अनुभवी होते हैं। इस स्थिति के लिए वह पहले से ही तैयार होते हैं और फंड का पैसा उन स्क्रिप्टस से निकाल लेते हैं जिसमें ज्यादा नुकसान की आशंका हो। उनका प्रयास यह रहता है कि निवेशकों को बाजार की हालत खराब होने की स्थिति में भी कम से कम नुकसान हो।
 
नहीं करें स्विच : अकसर बाजार में गिरावट आते ही म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले कई लोग भी घबरा जाते हैं। आंकड़े उन्हें डराते हैं और पैसे डूबने का डर सताने लगता है। ऐसी स्थिति में पैसे निकालने का जोखिम ना लें और ना ही उसे स्विच करने के बारे सोचें। 
 
1992 में हुए हर्षद मेहता घोटाले के बाद से बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा है। हर बार बाजार जितना गिरा उससे ज्यादा तेजी से उठा। म्यूचुअल फंड में SIP के माध्यम से आपने निवेश किया है तो हर माह आपका निवेश होगा और बाजार बढ़ने की स्थिति में जल्द ही आपके नुकसान की भरपाई भी हो जाएगी। 

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