नकदी जब्त के इस मामले की ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के प्रावधानों के तहत जांच कर रही है जिसके आधार पर जांच में यह पता चला कि जब्त की गई नकदी सहित विदेशी भक्तों से प्राप्त 'दान की रकम के संग्रह अथवा उसके प्रबंधन में' करमापा और उसके दो सहयोगियों की कोई भूमिका नहीं है। ये सभी संदिग्ध हवाला लेन-देन के तहत जांच के घेरे में थे।