ईडी ने करमापा को दी क्लीनचिट

रविवार, 23 नवंबर 2014 (15:26 IST)
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने तिब्बती धार्मिक नेता ओग्येन त्रिन्ले दोरजी को विदेशी विनियम मुद्रा कानून के उल्लंघन मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को खत्म कर दिया है और उन्हें क्लीनचिट दे दी है। 
 
4 साल पुराने इस मामले में करमापा तथा उनके सहयोगियों पर करीब 6 करोड़ रुपए मूल्य की गैरकानूनी विदेशी मुद्रा और घरेलू मुद्रा रखने के आरोप लगे थे। प्रवर्तन निदेशालय ने हालांकि 5.97 करोड़ रुपए से अधिक की विदेशी मुद्रा को जब्त करने के आदेश दिए थे।
 
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने जनवरी 2011 में एक वाहन को रोककर करमापा के सहयोगियों के पास से संदिग्ध नकदी बरामद की थी इसके बाद करमापा के मठ से भी नकदी जब्त की गई थी जिसके कुछ महीने बाद ही एजेंसी ने मामला अपने हाथ में ले लिया था।
 
नकदी जब्त के इस मामले की ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के प्रावधानों के तहत जांच कर रही है जिसके आधार पर जांच में यह पता चला कि जब्त की गई नकदी सहित विदेशी भक्तों से प्राप्त 'दान की रकम के संग्रह अथवा उसके प्रबंधन में' करमापा और उसके दो सहयोगियों की कोई भूमिका नहीं है। ये सभी संदिग्ध हवाला लेन-देन के तहत जांच के घेरे में थे।
 
राज्य पुलिस ने वर्ष 2012 में धार्मिक नेता के नाम को चार्जशीट के दायरे से बाहर कर दिया था। (भाषा) 

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