रेटिंग एजेंसी ने भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा (न्यूजीलैंड), बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और भारतीय निर्यात-आयात बैंक के परिदृश्य को संशोधित कर नकारात्मक किया है, हालांकि एजेंसी ने उनकी मौजूदा रेटिंग को बरकरार रखा है। इसके साथ ही फिच ने आईडीबीआई बैंक लिमिटेड की रेटिंग को भी यथावत रखा है लेकिन परिदृश्य को नकारात्मक रखा है।
एजेंसी ने कहा है कि रेटिंग की इस कार्रवाई से बैंकों की व्यवहार्यता रेटिंग (वीआर) पर प्रभाव नहीं होगा। एक्जिम बैंक की वीआर नहीं है, क्योंकि उसकी भूमिका एक नीतिगत बैंक की है। बैंक का रणनीतिक और प्रणालीगत महत्व काफी ऊंचा है जबकि स्टेट बैंक 25 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा भारतीय बैंक है। एसबीआई को संभवत: यदि जरूरत पड़ी तो असाधारण रूप से सरकार का समर्थन भी प्राप्त हो सकता है, क्योंकि पूरी प्रणाली में उसका काफी बड़ा महत्व है। (भाषा)