नारायणमूर्ति का यह बयान ऐसे समय आया है कि जबकि कंपनी के चेयरमैन नंदन नीलेकणि की अगुवाई में इंफोसिस के निदेशक मंडल ने कंपनी के 20 करोड़ डॉलर में पनाया अधिग्रहण सौदे को क्लीनचिट दे दी है। बोर्ड ने इस बारे में जांच का अतिरिक्त ब्योरा देने से भी इनकार किया है। नारायणमूर्ति ने इसकी मांग की थी।