आंकड़ों और बयानों में सच्चाई: कहां खड़ी है भारतीय अर्थव्यवस्था?
IMF, वर्ल्ड बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भारत की वृद्धि दर 6.4-6.7% के बीच बता रही हैं — जो सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ है। IMF ने स्पष्ट किया है कि भारत की स्थिर और तेज़ वृद्धि सार्वजनिक निवेश, घरेलू मांग और सुधारों के कारण संभव हुई है। विपक्ष जिन चुनौतियों का हवाला दे रहा है, उनमें नौकरियां, महंगाई, असमानता, और कृषि क्षेत्र की समस्याएं अहम हैं, जिन पर समग्र सुधार की आवश्यकता है।