PMLA कोर्ट ने 14 सितंबर तक बढ़ाई Jet Airways के फाउंडर नरेश गोयल की कस्टडी
सोमवार, 11 सितम्बर 2023 (23:20 IST)
मुंबई। Naresh Goyal : प्रवर्तन निदेशालय (ED) की अब तक की जांच का हवाला देते हुए मुंबई की एक विशेष अदालत ने सोमवार को कहा कि 538 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए जेट एयरवेज (Jet Airways) के संस्थापक नरेश गोयल (Naresh Goyal) ने विभिन्न न्यासों का गठन कर और हेराफेरी कर भारत से विदेशों में पैसा भेजा तथा फिर उस पैसे से संपत्तियां खरीदीं।
ईडी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम की विशेष अदालत से कहा कि हेराफेरी की गयी ज्यादातर धनराशि विदेशी खातों में रखी गयी।
अदालत ने केनरा बैंक के साथ 538 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी से जुड़े एक धनशोधन मामले में गोयल (74) की हिरासत सोमवार को 14 सितंबर तक बढ़ा दी। गोयल ने अदालत से कहा कि वे बीमार हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती किए जाने की जरूरत है।
भारत की शीर्ष निजी एयरलाइन का संचालन कर चुके उद्योगपति (गोयल) ने दावा किया कि विमानन क्षेत्र बैंक ऋण के बलबूते ही चलता है तथा पूरी रकम को धनशोधन करार नहीं दिया जा सकता।
ठप हो चुकी एयरलाइन जेट एयरवेज के प्रवर्तक गोयल ने अदालत से कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उन्हें शरीर में दर्द हो रहा है। उन्होंने भावुक होकर न्यायाधीश से कहा कि मैं अपने कंधे, घुटने को नहीं घुमा सकता.... मैं पूरी रात रोया-चिल्लाया, इस स्थिति में मेरी मौत भी हो सकती है, चाहूंगा कि मुझे अस्पताल में भर्ती करा दिया जाए।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक सितंबर को 74 वर्षीय गोयल को धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया था। उसके पहले यहां ईडी कार्यालय में उनसे लंबी पूछताछ की गई थी।
गोयल की प्रारंभिक हिरासत अवधि खत्म होने के बाद सोमवार को उन्हें विशेष न्यायाधीश (पीएमएलए) एम जी देशपांडे की अदालत में पेश किया गया। वहां पर वित्तीय जांच एजेंसी ने इस मामले में आगे की जांच के लिए गोयल की हिरासत चार दिनों के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया।
ईडी ने अदालत से कहा कि हेराफेरी से जुटाई गई अधिकतम रकम विदेशी खातों में रखी गयी है तथा संयुक्त अरब अमीरात में स्थित एक व्यक्ति इसकी देखभाल करता है। इसने कहा कि इस मामले की और जांच किये जाने की जरूरत है।
गोयल की ओर से उनके वकीलों अब्बाद पोंडा, अमित देसाई और अमित नाईक ने कहा कि उनके मुवक्किल अपने या अपने परिवार के नाम पर कोई ऋण नहीं लिया , वह उसके लिए बस गारंटर बने।
जांच एजेंसी के अनुरोध पर विशेष न्यायाधीश (पीएमएलए) एम जी देशपांडे ने गोयल की हिरासत 14 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि आरोपी के बयानों से प्रथमदृष्टया संकेत मिलता है कि उन्होंने देश-विदेश में अपने सभी बैंक खातों तथा चल-अचल संपत्तियों का ब्योरा देने से बचने का प्रयास किया।
इसने कहा कि जब गोयल से इन ब्योरों के बारे में पूछताछ की गयी तब उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के निवासी हसमुख गार्दी का जिक्र किया जिसे पॉवर ऑफ अटॉर्नी दी गई, ऐसे में गार्दी का आरोपी से आमना-सामना कराना जरूरी है और ईडी ने उसी दिशा में कदम उठाया है।
अदालत ने कहा कि ईडी की पिछली हिरासत के दौरान दिये गये बयानों और मिले सबूतों से पता चलता है कि आरोपी ने विदेश में कई न्यास बनाये और उसके माध्यम से कई अचल संपत्तियां खरीदीं।
धनशोधन का यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी पर आधारित है। सीबीआई ने केनरा बैंक के साथ 538 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में ठप हो चुकी एयरलाइन जेट एयरवेज, गोयल, उनकी पत्नी और एयरलाइन के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
केनरा बैंक की शिकायत पर यह प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। बैंक ने कहा है कि उसने जेट एयरवेज को 848. 86 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था जिसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया है।