जब उनसे पूछा गया कि क्या ब्रांड मैकडोनाल्ड पर इसकी वजह से प्रभाव पड़ा है, तो उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा नहीं सोचता। पश्चिम और दक्षिण भारत की दृष्टि से हम पूरी ताकत से काम कर रहे हैं और चीजें हमारे लिए अच्छी हैं।’
उन्होंने कहा, ‘ग्राहक इस बात की परवाह नहीं करते कि रेस्तरां का मालिक कौन है। ग्राहक मैकडोनाल्ड बस मैकडोनाल्ड के लिए आ रहा है और उसके लिए यह जानना जरुरी नहीं है कि फ्रैंचाइजी कौन है।’ जतिया ने कहा कि इसका निश्चित ही दिल्ली में असर होगा क्योंकि मैकडोनाल्ड के कई स्टोर बंद हो गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल, वे अन्य किसी ब्रांड का इस्तेमाल करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘भारत में हमारे (मैकडोनाल्ड के) 420 रेस्तरां हैं और हम साल में 30 नये खोल रहे हैं। ब्रांड की दृष्टि से 43 रेस्तरां को कवर करना बस सालभर की बात है। मेरी दृष्टि में यह आकस्मिक मामूली झटका है।’ (भाषा)