इसके अनुसार 15 प्रतिशत लेन-देन अब एम वालेट व प्वाइंट आफ सेल मशीनों जैसे इलक्ट्रॉनिक भुगतान तौर-तरीकों के जरिए हो रहे हैं। एसबीआई रिसर्च ने एकोरेप रपट में कहा है कि इसका मतलब यह है कि बीते दो महीने में नकदी आधारित 25,000 करोड़ रुपए का लेन-देन अब डिजिटली हो रहा है। अगर ऐसा है तो यह अच्छी शुरुआत है। (भाषा)