देश में आपातकाल लागू करने की 43वीं वर्षगांठ पर यहां भाजपा की ओर से मनाए जा रहे 'काला दिवस' कार्यक्रम में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे प्रधान ने कहा कि बाजार में अभी भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में नरमी है। पिछले एक महीने में पेट्रोल 2.5 रुपए और डीजल 2 रुपए सस्ता हुआ है। उन्होंने कहा कि एक जुलाई के बाद अनुमान है कि कीमतें और कम होगी और इससे लोगों को राहत मिलेगी।
प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओपेक में तार्किक ढंग से अपनी बात रखी थी। उनकी बात का असर भी हुआ है। ओपेक ने करीब डेढ़ साल बाद जो प्रोडक्शन कट करने का निर्णय किया था उस पर फिर से विचार किया है। उन्होंने कहा कि ओपेक ने हर रोज एक मिलियन बैरल कच्चा तेल का उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है। एक जुलाई से यह बाजार में आना शुरू होगा। अनुमान है कि इससे पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में कमी आएगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ओपेक में कहा था कि भारत आने वाले 20-25 साल ऊर्जा का बाजार है। अगर भारत के साथ ओपेक को लंबे समय तक व्यवसायिक संपर्क अच्छा रखना है तो उसे भारतीय ग्राहकों के हितों का भी ध्यान रखना पड़ेगा। इसी वजह से ओपेक ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार किया और उत्पादन बढ़ाने का फैसला लिया। (वार्ता)